IIT BHU में द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, विशेषज्ञों ने गणित पर दी राय 

आईआईटी (बीएचयू) में आयोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन  "Recent Advances in Applied Mathematics 2024 (RAAM 2024) के दूसरे दिन गुरुवार को नवीन शोध प्रस्तुत किए गए। इसमें अनुप्रयुक्त गणित की विभिन्न शाखाओं में नव्य योगदान चिह्नित किए गए। 
 

वाराणसी। आईआईटी (बीएचयू) में आयोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन  "Recent Advances in Applied Mathematics 2024 (RAAM 2024) के दूसरे दिन गुरुवार को नवीन शोध प्रस्तुत किए गए। इसमें अनुप्रयुक्त गणित की विभिन्न शाखाओं में नव्य योगदान चिह्नित किए गए। 

गणितीय विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित सम्मेलन में 123 शोध विद्वानों के नवीन शोध-पत्र प्रस्तुत हुए। भारत और विदेशों के शीर्ष संस्थानों से आए 18 सुप्रसिद्ध प्रोफेसरों की ओर से प्रस्तुत विभिन्न व्याख्यानों, यथा मुख्य, प्लेनरी और आमंत्रित व्याख्यानों से समस्त प्रतिभागी लाभान्वित हुए। आईआईटी (बीएचयू) के निदेशक और मुख्य संरक्षक प्रो. अमित पात्रा के कुशल नेतृत्व में सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो. संजय कुमार पांडेय और संयोजक डॉ. राजेश कुमार पांडेय ने प्रत्येक प्रस्तुति हेतु समुचित व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। 

विद्वानों ने "समय भिन्नात्मक गणनाएं", "गणितीय मॉडलिंग", "विभिन्न प्रणालियों पर हार्वेस्टिंग का प्रभाव", "तरल गतिकी", "डीप लर्निंग और उसके अनुप्रयोग, यथा "COVID-19 वक्ष एक्स-रे छवियों का अध्ययन, सिंगुलरली पर्टरब्ड प्रॉब्लम्स" जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। प्रतिष्ठित वक्ताओं में, आईआईटी खड़गपुर के समुद्री अभियांत्रिकी और नौसैनिक वास्तुकला विभाग के ख्यातिलब्ध प्रो. त्रिलोचन साहू ने "फ्लेक्सुरल ग्रेविटी वेव्स की ब्लॉकिंग डायनेमिक्स में फूरियर विश्लेषण और संबद्ध विधियाँ" पर एक सूचनात्मक मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत किया। 

आईआईटी कानपुर के गणित और सांख्यिकी विभाग के प्रो. बीवी रथीश कुमार ने "बहुआयामी छिद्रपूर्ण संरचना में संवहन प्रवाह के लिए डीप लर्निंग दृष्टिकोण" पर एक प्रभावशाली ऑनलाइन प्लेनरी व्याख्यान दिया। सम्मेलन विभिन्न शोध विचारों के संग्रहण में क्रियाशील है, ताकि अनुप्रयुक्त गणित के क्षेत्र में "सहयोग और नवाचार" की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रगति लायी जा सके।