सरकारी तंत्र से लाचार, प्यासी जनता ने चंदा लगाकर बनाया क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइन

 
वाराणसी / राजातालाब।  यदि आपने मन में कठिन से कठिन काम ठान लिया तो वह होकर रहेगा। ऐसी ही एक नजीर राजातालाब के ग्रामीणों ने पेश की है। जब ग्रामीण जलापूर्ति विभाग और कार्यदाई संस्था एलएंडटी ने गांव के पेयजल आपूर्ति की क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को ठीक नहीं कराया तो खुद गांव के ग्रामीणों ने चंदे से क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का मरम्मत करके विभाग को आईना दिखाने का काम किया है। इसको लेकर विभाग की काफी आलोचना की जा रही है। 

ग्रामीणों ने कहा कि आखिर मरम्मत के नाम पर आने वाली धनराशि कहां हजम की जा रही हैं। आराजीलाइन ब्लाक के राजातालाब, कचनार, रानीबाजार और परसुपुर गांव के पेयजलापूर्ति हेतु भिखारीपुर गांव में बने सरकारी पाइप लाइन एलएंडटी के द्वारा नई पाईपलाइन डालने के कारण जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो जाने से ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। कई बार शिकायत के बाद भी जब पाइप लाइन की मरम्मत नहीं हुई तो, ग्रामीणों ने श्रमदान करने की ठानी। 

सभी लोगों ने दो हजार रुपये चंदे के रूप में जुटाया। ग्रामीणों के अनुसार, इस जल निगम से सैकड़ों परिवारों को पेय जलापूर्ति की जाती है। कार्यदाई संस्था एलएंडटी और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की लापरवाही के कारण यहां की पाइप लाइन विगत दो माह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें पाइप फटने के बाद पेय जल में काफी समस्या हो रही थी। कई बार विभागीय अधिकारियों एवं जेई को बताने के बाद भी हम लोगों की समस्या का निवारण नहीं हो सका। इससे हम गांव के लोग अपने पैसे से इस पाइप लाइन का मरम्मत कराया, ताकि पीने के पानी के लिए पेयजलापूर्ति में कोई परेशानी न हो। इसलिए हम लोगों ने करीब दो हजार की लागत से इस पाइप लाइन का मरम्मत कराया। 

इस संबंध में जेई दीपक पांडेय ने बताया कि पुरानी पाइपलाइन ख़राब हो चुकी है, जिसके स्थान पर नई पाइपलाइन एलएंडटी द्वारा डाली जा रही है। जल्द ही नए पाइपलाइन से ग्रामीणों को जलापूर्ति कराया जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जेई और आपरेटर को कई बार फोन लगाया गया। जिनका फोन नहीं उठा। इससे आजिज आकर लोगों ने सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत किया लेकिन कुछ नहीं हुआ अंततः चंदा लेकर क्षतिग्रस्त पाइप लाइन बनवाया गया।