हाथरस की घटना में मृतकों की आत्मा की शांति को काशी में शांति पाठ, शंकराचार्य बोले, ढोंगी बाबा की संपत्ति बेचकर मृतकों के परिजनों को मिले मुआवजा 

श्री काशी सुमेरुपीठ में संतों एवं बटुकों ने हाथरस की घटना पर दुख प्रकट करते हुए मृतकों की आत्मा के शांति के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शांतिपाठ किया। इस दौरान पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि यह घटना काफी दुखद है। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषियों को मृत्यु दंड देना चाहिए। ढोंगी बाबा की संपत्ति बेचकर मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा दिया जाए। 
 

वाराणसी। श्री काशी सुमेरुपीठ में संतों एवं बटुकों ने हाथरस की घटना पर दुख प्रकट करते हुए मृतकों की आत्मा के शांति के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शांतिपाठ किया। इस दौरान पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि यह घटना काफी दुखद है। इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषियों को मृत्यु दंड देना चाहिए। ढोंगी बाबा की संपत्ति बेचकर मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा दिया जाए। 

उन्होंने कहा कि ढोंगी बाबाओं के लिए हम कुंभ में एक बड़ी बैठक करेंगे। सत्संग से जीवन में बदलाव आता है, लेकिन ऐसे बाबा जो सूट-बूट में अपने आप को संत कहते हैं यह ग़लत है। उन्होंने सरकार से मांग किया कि इस ढोंगी बाबा की सम्पत्ति को बेचकर मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। ऐसे बाबा जो न तो भगवान को मानते हैं न तो कोई पूजा-पाठ तो, यह संत कैसे हो गए। उन्होंने कहा कि यह लोग ऐसे ही धर्म परिवर्तन का भी काम कराते हैं। सरकार को इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कराकर बाबा को बड़ी सजा देनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्ष पहले वाराणसी में भी ऐसे बड़ी घटना हुई थी। हाथरस में इतनी बड़ी घटना हुई। ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। सरकार को ऐसे आयोजन होने से पहले संख्या पर ध्यान देनी चाहिए। इस आयोजन पर नजर भी बनानी चाहिए। इससे इस तरह की घटना दोबारा न हो।