अनाज बैंक ने दी गरीबों की झोपड़ी में पकवान बनने की गारंटी, दो दिवसीय अनाज महावितरण अभियान

विशाल भारत संस्थान के आदिवासी बच्चों ने हजारों साल पुरानी परम्परा को निभाते हुए राम पथ को प्रकाशित करने और पुष्प बिछाकर श्रीराम के आगमन की तैयारी पूरी की। जब भगवान राम 14 साल बाद अयोध्या लौटे थे, तो घर-घर दीपक जलाकर दीपावली मनाई गई थी, लेकिन भगवान का संदेश पाकर आदिवासी समाज ने जिस पथ से राम को आना था, उस पर पुष्प बिछाया और दीप जलाकर प्रकाशित किया। सुभाष भवन में राम आगमन की तैयारी के लिये आदिवासी बच्चों ने राम पथ को दीपों से प्रकाशित किया और पुष्प बिछाए।
 

-  रामपथ पर दीप जलाए और राम आगमन की तैयारी की
-    डीआईजी अखिलेश चौरसिया ने बच्चों के साथ बांटी खुशियां
-    आदिवासी बच्चों ने तीर धनुष के साथ किया राम की पूजा

वाराणसी, 11 नवम्बर। विशाल भारत संस्थान के आदिवासी बच्चों ने हजारों साल पुरानी परम्परा को निभाते हुए राम पथ को प्रकाशित करने और पुष्प बिछाकर श्रीराम के आगमन की तैयारी पूरी की। जब भगवान राम 14 साल बाद अयोध्या लौटे थे, तो घर-घर दीपक जलाकर दीपावली मनाई गई थी, लेकिन भगवान का संदेश पाकर आदिवासी समाज ने जिस पथ से राम को आना था, उस पर पुष्प बिछाया और दीप जलाकर प्रकाशित किया। सुभाष भवन में राम आगमन की तैयारी के लिये आदिवासी बच्चों ने राम पथ को दीपों से प्रकाशित किया और पुष्प बिछाए। बच्चों का मनोबल तब बढ़ गया जब उनके इस कार्यक्रम में वाराणसी रेंज के डीआईजी अखिलेश चौरसिया भाग लेने पहुंचे। मुख्य अतिथि अखिलेश चौरसिया ने सुभाष मन्दिर में पुष्प अर्पित किया और भगवान श्रीराम आश्रम में भगवान राम की प्रतिमा के सामने दीप जलाए। भगवान राम की पूजा आदिवासी बच्चों ने तीर धनुष के साथ किया।

गरीबों की झोपड़ी दीपों से जगमगाये और पकवान बनने की खुशबु आये तो समझ लेना कि दीपावली मनाई जा रही है। विश्व के पहले अनाज बैंक ने दीपावली के त्योहार की खुशी गरीबों की झोपड़ी तक पहुंचाने के लिए दो दिवसीय अनाज महावितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीआईजी अखिलेश चौरसिया ने अनाज बैंक में दीपक जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और बाँसफोर बस्ती की महिलाओं को अनाज देकर त्योहार मनाने की खुशियां बांटी।

इस अवसर पर डीआईजी ने कहा कि असली दीपावली अनाज बैंक मना रहा है। त्योहार पर कोई भी परिवार अगर भूख से पीड़ित होता है तो दीपावली की खुशियां अधूरी रह जाएगी। दीपावली पर गरीबों के घर भी पकवान बनने की खुशी हो, उनका घर भी दीपों से प्रकाशित हो, इसके लिए अनाज बैंक ने विशेष व्यवस्था की है। आदिवासी बच्चों ने अपनी हजारों साल पुरानी परम्परा को निभाया। सबके चेहरे पर दीपावली की खुशियां बिखेरना ही असली तरीका है त्योहार मनाने का।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि दीपावली पर कोई भी परिवार भूख से न पीड़ित हो इसका अनाज बैंक ने विशेष ख्याल रखा है। बच्चे फुलझड़ी जलाए और दीप जलाए तो महसूस हुआ कि दीपावली मना रहे हैं। सुभाष भवन में भगवान राम के आगमन की तैयारी आदिवासी बच्चों ने अपनी परम्परा के अनुसार किया। हम सबकी परम्पराओं का संरक्षण करेंगे। कार्यक्रम में डा. अर्चना भारतवंशी, डा. मृदुला जायसवाल, डा. नजमा परवीन, नाज़नीन अंसारी, आभा भारतवंशी, खुशी रमन भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, संजु, राजकुमारी, सीमा, मुन्नी, सरोज देवी, गीता देवी मौजूद रहे।