राज्यपाल ने किया श्रीदेवी मंदिर का लोकार्पण, बोले, धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता का मिसाल रहा यह क्षेत्र 

चिरईगांव क्षेत्र के कुकुढ़ा गांव में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने शुक्रवार को श्रीदेवी मंदिर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने समाज में एकता और समरसता का संदेश देते हुए कबीरदास जी के वाक्य "जातपात पूछे ना कोय, हरि को भजे सो हरि का होय" को याद किया। उन्होंने इसे आज के दौर में भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि गंगा की अविरल धारा के साक्षी इस पवित्र क्षेत्र में धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता की मिसाल सदियों से बनी हुई है।
 

वाराणसी। चिरईगांव क्षेत्र के कुकुढ़ा गांव में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने शुक्रवार को श्रीदेवी मंदिर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने समाज में एकता और समरसता का संदेश देते हुए कबीरदास जी के वाक्य "जातपात पूछे ना कोय, हरि को भजे सो हरि का होय" को याद किया। उन्होंने इसे आज के दौर में भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि गंगा की अविरल धारा के साक्षी इस पवित्र क्षेत्र में धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता की मिसाल सदियों से बनी हुई है।

राज्यपाल ने कहा कि कुकुढ़ा गांव आकर उन्हें विशेष सम्मान और गौरव का अनुभव हो रहा है। उन्होंने इस गांव को महान साहित्यकार डॉ. रामचन्द्र तिवारी की जन्मस्थली बताते हुए उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि डॉ. तिवारी की लिखी पुस्तकें भारत ही नहीं, बल्कि मॉरीशस, सूरीनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों के विश्वविद्यालयों में भी पढ़ाई जा रही हैं, जो उनके साहित्यिक योगदान की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाता है। राज्यपाल ने डॉ. तिवारी के सुपुत्र, डॉ. धर्मव्रत त्रिपाठी का आभार व्यक्त किया और कहा कि माता श्रीदेवी के प्रति श्रद्धा के कारण वह इस लोकार्पण में शामिल हुए हैं।

 

राज्यपाल ने कुकुढ़ा गांव में बाढ़ और कटान की समस्या को गंभीरता से लिया। डॉ. धर्मव्रत त्रिपाठी ने उन्हें अवगत कराया कि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए 644 लाख रुपये की योजना स्वीकृत की गई है। राज्यपाल ने ग्रामवासियों को आश्वासन दिया कि वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और जलशक्ति मंत्री से बात कर जल्द से जल्द इस योजना को मूर्त रूप देने के प्रयास करेंगे। साथ ही, उन्होंने जिलाधिकारी वाराणसी से इस कार्य को जिला योजना में शामिल करने की अपील की।

 

समारोह में विभिन्न गांवों के पूर्व और वर्तमान ग्रामप्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, और ग्रामवासी उपस्थित थे। आयोजक डॉ. धर्मव्रत त्रिपाठी और ग्रामप्रधान दशरथ, अमित कुमार सिंह, डॉ. सोनू यादव और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने राज्यपाल का बुके और शॉल देकर स्वागत किया। राज्यपाल की धर्मपत्नी जानकी शुक्ला का स्वागत भी विशेष रूप से किया गया। बालिकाओं ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, और कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेश यादव ने किया।