समर कैम्प में बेटियों ने भेदभाव, कन्या भ्रूण हत्या, यौन हिंसा के खिलाफ उठाई आवाज, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से किशोरियों ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के आदर्श ग्राम नागेपुर में बीते एक माह से चल रहे किशोरी समर कैप का सोमवार को किशोरियों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भव्य समापन किया गया। ग्रामीण किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आशा ट्रस्ट व् लोक समिति संस्था के तत्वाधान में 10 मई से किशोरी समर कैम्प की शुरुआत की गयी थी। समर कैम्प में नागेपुर और आस पास करीब पन्द्रह गाँव की 110 किशोरियों ने भाग लिया।
लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने बताया कि लड़कियों के स्वालम्बन के लिए ब्यूटीशियन, कम्प्यूटर, इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स ,डांस, मार्शल आर्ट, प्रशिक्षण के अलावा लड़कियों को हैंडी क्राफ्ट व पेंटिंग को भी सिखाया गया। इसके साथ ही, किशोरियों को समर कैम्प के अंतर्गत माहवारी स्वच्छता पर जनजागरूकता रैली व सेनेटरी पैड के वितरण के साथ ही सामाजिक फिल्म लापता लेडिज को भी दिखाया गया इन गतिविधियों से सामाजिक सरोकार व व्यवहारिकता से जोड़ने की पहल भी की गयी।
समर कैम्प के समापन कायर्क्रम में लड़कियों ने कैम्प में सीखे हुनर का शानदार प्रदर्शन किया। ‘मुझे क्या बेचेगा रुपया’ जैसे गीतों में डांस प्रस्तुति के ज़रिए किशोरियों ने दहेज़ प्रथा पर कुठाराघात किया, और मार्शल आर्ट के प्रदर्शन से किशोरियों के सशक्त रूप को भी प्रस्तुत कर सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इसके साथ ही, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति भी की गयी।
समापन कार्यकम में मुख्य अतिथि के तौर पर राजकीय महिला महाविद्यालय से आई गीता रानी, डा रवि गुप्ता व आशा ट्रस्ट के समन्वयक समाजसेवी वल्लभाचार्य पाण्डेय ने सभी लड़कियों को सर्टिफिकेट वितरित किया। समर कैम्प में लड़कियों को हुनर सिखाने वाले सभी टीचरों को अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन आशा राय, स्वागत सोनी और धन्यवाद ज्ञापन अनीता पटेल ने किया।
इस अवसर पर मधुबाला,परमतोष विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार, सोनी,अनीता,विद्या,मैनब,पंचमुखी,श्यामसुन्दर, सुनील, प्रेमा, आशा, रामबचन, सीमा, शिवकुमार, मनीषा, अम्बिका, मंजिता, ज्योति आदि लोग शामिल रहे।