Ganga Pushkaram 2023 : चारों वेदों का पारायण, गंगा आरती हुई, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु व केरल के श्रद्धालु पहुंचे 

उत्तर व दक्षिण भारत के ऐतिहासिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से काशी पुष्करम कुंभ महोत्सव की शुरुआत शनिवार से हुई। तेलुगू भाषी श्रद्धालुओं ने काशी में गंगा स्नान और तर्पण किया। शाम के वक्त राजघाट चारों वेदों का पारायण, गंगा पूजन व आरती का आयोजन किया गया। 
 

वाराणसी। उत्तर व दक्षिण भारत के ऐतिहासिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से काशी पुष्करम कुंभ महोत्सव की शुरुआत शनिवार से हुई। तेलुगू भाषी श्रद्धालुओं ने काशी में गंगा स्नान और तर्पण किया। शाम के वक्त राजघाट चारों वेदों का पारायण, गंगा पूजन व आरती का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया। राज्य मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र दयालु व राज्यसभा सदस्य उत्तर प्रदेश जीवीएल नरसिम्हा राव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने गंगा पूजन किया। इसके बाद चारों वेदों का पारायण एवं गंगा आरती हुई। कार्यक्रम के आयोजक तुलसी मनोज जोशी एवं सहआयोजक तुलसी गजानन जोशी ने किया और कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी सुब्रमण्यम जोशी ने की। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 29 अप्रैल को सभी श्रद्धालुओं को अपना संदेश देंगे। 

सभी भारतवासियों के लिए, खासकर जो पुष्कर मेले में आए हैं, उनके लिए यह बड़ी बात होगी। काशी-तेलगू संगमम की सभा में पीएम बात करेंगे। काशी पूरे भारत के लिए ही नहीं पूरे विश्व के लिए एक आस्था की नगरी है। यह मेरा भी सौभाग्य है कि मैं उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में सांसद हूं और काशी मेरा नोडल जिला भी है। इसलिए यहां कार्यक्रम में शरीक होने का मुझे मौका मिला। इसके लिए मैं अपने आपको बहुत भाग्यशाली मानता हूं। वहीं पहले से काशी में यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। इससे स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर बढ़े हैं।