राम मंदिर आंदोलन को समर्पित हुई गंगा आरती, दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए की गई प्रार्थना
वाराणसी। 6 दिसंबर 1992 का वह दिन भारत के इतिहास में इस तारीख को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दिन अयोध्या में बाबरी विध्वंस हुआ था। हर हिन्दू इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में याद करता है। इसी शौर्य दिवस के दिन वाराणसी के अस्सी घाट पर जय मां गंगा सेवा समिति द्वारा विशेष गंगा आरती की गई और राम मंदिर आंदोलन में मृत आत्माओं की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की गई। इस दौरान अर्चकों एवं श्रद्धालुओं ने 2 मिनट का मौन भी रखा।
आरती व्यवस्थापक बद्री विशाल ने कहा कि आज हम सभी ने राम मंदिर आंदोलन में शामिल मृत आत्माओं की शांति के लिए मां गंगा का विशेष पूजन कर उनके लिए प्रार्थना किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी ने कोठारी बंधुओं को भी याद किया, जिन्होंने सबसे पहले गुंबद पर झंडा लहराया था। अर्चकों ने मां गंगा से यह भी कामना किया कि राम मंदिर भव्य एवं दिव्य तरीके से बनकर तैयार हो।
बता दें कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान वर्ष 1992 में हिंदू कारसेवकों ने कथित विवादित ढांचे को विध्वंस कर दिया था। इस आंदोलन की आंच ने यूपी समेत पूरे देश के हिन्दुओं को जागृत कर दिया था। आंदोलन में ही पुलिस बर्बरता में दो कोठारी भाइयों की जान चली गई थी।