पूर्व मंत्री ‘हरीशजी’ में था अद्भुत सांगठनिक कौशल, कैंट विधायक सौरभ ने पिता की स्मृति में 448 प्रभुजनों को कराया भोजन
इस अवसर पर कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अपने पिता की स्मृति में आश्रम में उपस्थित 448 प्रभुजनों को खुद भोजन कराया। इसमें उनकी पत्नी ने भी सहयोग किया। तत्पश्चात आश्रम को आॅक्सीजन कन्सनट्रेटर, बीपी मशीनें, आईवी स्टैंड, एयर बेड, सभी के लिए वूलन शाल, बेड शीट एवं परिसर स्थित मंदिर के लिए हरि कीर्तन सेट यानी हारमोनियम, ढोलक, झाल, मजीरा आदि अर्पण किया।
सभा में वक्ताओं ने हरीशजी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपने-अपने संस्मरण भी सुनाएं। डॉ० मनोज शाह ने कहा कि वर्ष 2025 स्व. हरीशजी का जन्म शताब्दी वर्ष है। इस वर्ष को जनसेवा के संकल्प के रूप में मनाया जाना चाहिए। मुख्य अतिथि आरएसएस कुटुंब प्रबोधन के प्रांत प्रमुख शुकदेव त्रिपाठी ने कहा कि हरीशजी ने अपने सामाजिक जीवन का प्रारंभ संघ के प्रचारक के रूप में किया था और संघ उनके जीवन के आचार-व्यवहार में आजीवन रहा। वह जनसंघ के प्रदेश महामंत्री, भाजपा में प्रदेश महामंत्री (संगठन) या प्रदेश सरकार में मंत्री हुए। उनमें अद्भुत सांगठनिक कौशल था। जो भी उनके पास गया, कभी निराश नहीं हुआ। उनके सुपुत्र सौरभ भी उनके दिखाए मार्ग पर निरंतर जनसेवी राजनीति कर रहे हैं।
धन्यवाद ज्ञापन देते हुए विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि पिताश्री का जीवन श्रद्धेय दीनदयालजी के एकात्म मानववाद दर्शन से प्रभावित था। उन्होंने हम सभी को राजनीतिक सुचिता, ईमानदारी और सर्वस्पर्शी राजनीति का जो मार्ग दिखाया है, मैं आजीवन उसी मार्ग पर चलने का प्रयास करूंगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ आश्रम के राम किशोर, सुमित खन्ना व आशीष जिंदल के हरि भजन से हुआ। अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने की। स्वागत संस्था के अध्यक्ष ओएन उपाध्याय व नेत्र सर्जन डॉ. निरंजन ने किया।
संचालन अमित राय व संयोजन डॉ. संजय पाठक ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि आरएसएस के विभाग कार्यवाह राजेश विश्वकर्मा, रामनगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष डॉ. आशा गुप्ता, लालचंद्र कुशवाहा, गणेश गुप्ता, निर्मला पटेल, अनिल श्रीवास्तव, रमाशंकर शास्त्री, सौरभ सिंह उर्फ मुन्ना, अजातशत्रु सिंह, मिथिलेश गुप्ता, वीरू सिंह, मुकुंद जायसवाल, अभिषेक मिश्रा, अशोक पटेल, कृष्ण कुमार मिश्रा उर्फ कल्लू, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, पार्षद रामगोपाल वर्मा, अमित सिंह चिन्टू, विजय द्विवेदी, पुन्नूलाल बिन्द व राजीव सिंह पटेल, संतोष सोलापुरकर, जगदीश त्रिपाठी, राहुल सिंह आदि थे।