उमस भरी गर्मी में रुला रही बिजली, अधिकारियों का रटा-रटाया जवाब सुन रही जनता, शहर से देहात तक बरकरार है बिजली संकट

 
वाराणसी। उमस भरी गर्मी के बीच बिजली की मनमानी कटौती लोगों को अब रुलाने लगी है। सुबह हो या दोपहर, शाम हो रात। बिजली आने-जाने का कोई निर्धारित समय अब नहीं रह गया है। कब बिजली कट जाएगी, कुछ कहा नहीं जा सकता। पूछने पर उपकेंद्र या इलाकाई अभियंता का रटा-रटाया जवाब होता है कि फॉल्ट होने से आपूर्ति बाधित हुई है। थोड़ी देर में आ जाएगी। ऐसे में पब्लिक को बिजली संकट झेलने के सिवाय और कोई दूसरा चारा नहीं है। 

हर साल की भांति इस साल भी गर्मी शुरू होने के पूर्व विद्युत तारों और उपकरणों को दुरुस्त करने के बाबत तमाम दिशा-निर्देश दिये गये। प्रदेश सरकार से लगायत यूपीपीसीएल के उच्चाधिकारियों ने 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ठोस उपाय करने को कहा था। लेकिन विद्युत विभाग के बेपरवाह अभियंताओं ने महज खानापूर्ति की और दिशा-निर्देशों को अमलीजामा नहीं पहनाया। नतीजा यह है कि वर्तमान समय में कभी ट्रिपिंग की वजह से तो कभी किसी न किसी कारण से बिजली गुल हो जा रही है। यदि कोई फॉल्ट होता है तो उसे समय से दुरुस्त करने में भी कोताही बरती जा रही है। 

बात सोमवार की करें तो शहर और देहात का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं होगा, जहां बिजली संकट से कोई बचा हो। ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के अनुसार, अंधाधुंध बिजली कटौती से ग्रामीण व किसान परेशान है। बिजली कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के लिए भी दुश्वरियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली कटौती से जल निगम से पानी की सप्लाई भी नहीं हो पा रही है। बिजली संकट के चलते किसान सिंचाई कार्य नहीं कर पा रहे हैं। बिजली की लुकाछुपी से ग्रामीण गर्मी से बेहाल है। बिजली आ रही है और फिर कट जा रही है। ऐसे में लोगों का जीना मुहाल हो गया है।