वाराणसी : दशहरा मेला का भव्य आयोजन, 50 फीट का रावण और आतिशबाजी मुख्य आकर्षण

नव चेतना कला एवं विकास समिति के तत्वावधान में वार्ड नंबर 3 फुलवरिया में दशहरा मेला का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह मेला सरैया पानी टंकी के पास, समिति की ओर से 1992 से लगातार आयोजित किया जा रहा है। मेले में श्री रामलीला के मंचन के माध्यम से रामायण की कहानियों और धार्मिक कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही, नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों को भी प्रस्तुत किया गया, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।
 

वाराणसी। नव चेतना कला एवं विकास समिति के तत्वावधान में वार्ड नंबर 3 फुलवरिया में दशहरा मेला का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह मेला सरैया पानी टंकी के पास, समिति की ओर से 1992 से लगातार आयोजित किया जा रहा है। मेले में श्री रामलीला के मंचन के माध्यम से रामायण की कहानियों और धार्मिक कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही, नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों को भी प्रस्तुत किया गया, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।

रामलीला में भगवान शिव के तांडव नृत्य का भी भव्य प्रदर्शन किया गया, जिसमें भगवान शिव और भगवान राम के व्यक्तित्व और सनातन धर्म की महान संस्कृति को दर्शाया गया। उल्लेखनीय बात यह रही कि इस रामलीला में सभी पात्र मुस्लिम समुदाय के होते हैं, जो सांप्रदायिक सद्भाव और आपसी भाईचारे का संदेश देते हैं। यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है और समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

मेले के दौरान 50 फीट के विशाल रावण के पुतले का दहन और शानदार आतिशबाजी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस आयोजन में समिति के सदस्यों के सहयोग से भव्य मेले की व्यवस्था की गई। समिति के संस्थापक डॉ. एसके गुप्ता, अध्यक्ष हेमंत सिंह, उपाध्यक्ष सायाऊ यादव, रामाश्रय पाल, समर कनौजिया, व्यवस्थापक राजकुमार भारद्वाज, सत्येंद्र सिंह, और मेला प्रभारी पिंटू यादव सहित अन्य सहयोगियों ने मेले के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।