डॉ. स्वर्णलता सिंह हर साल अक्षय नवमी को करती हैं सेवा दान का कार्यक्रम, 30 क्षय रोगियों को प्रदान की पोषण पोटली
वाराणसी। पोलियो की तर्ज पर भारत से टीबी को भी हराएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 में जिस टीबी मुक्त भारत का सपना देखा है, उसको साकार करने के लिए हम सबको आगे आना होगा और कदम से कदम मिलाकर इस पर कार्य करना होगा। एक-एक टीबी मरीज को गोद लिया जाए, तो वह दिन दूर नहीं जब देश टीबी से पूरी तरह मुक्त होगा।
भविष्य में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी रोगियों के परिवार को टीबी मुक्त और सक्षम बनाने के लिए निक्षय मित्र के रूप में सहयोग कर रहीं डॉ. स्वर्णलता सिंह ने मंगलवार को अक्षय नवमी के दिन 30 क्षय रोगियों व उनके परिवार के एक सदस्य को भी पोषण पोटली प्रदान की। पोषण पोटली में मूंगफली, सत्तू, भुना चना, दलिया और प्रोटीन संपूरक दिया गया।
अनुराग मातृ सदन की प्रबंधक डॉ. स्वर्ण लता सिंह ने मंगलवार को अपने पैतृक गांव पिलखीनी रोहनियां में सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में ए.डी.सी.पी. ममता रानी व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय मौजूद रहे। मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि टीबी मुक्त भारत के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। सरकारी योजनाओं के तहत टीबी के मरीजों को उपचार के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत उनके खाते में पांच सौ रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने डॉ. स्वर्णलता सिंह की ओर से किए जा रहे कन्यादान रूपी विवाह सहयोग राशि की भी सराहना की।
ए.डी.सी.पी. ममता रानी ने कहा कि ऐसे पुनीत कार्य समाज में हर व्यक्ति को करना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिले, उन्होंने मिशन शक्ति के तहत लड़कियों को आत्मरक्षा का गुर भी बताया। सामाजिक कार्यक्रम के तहत 50 कुपोषित बच्चों में भरपूर राशन वितरित किया गया। इसके साथ इस वर्ष भी गरीब कन्याओं के विवाह के लिए सहयोग राशि प्रदान की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. स्वर्णलता सिंह ने कहा कि दुनिया में मानवसेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं। गरीबों की सेवा और उनकी थाली में अन्नदान की व्यवस्था करना एक पुनीत कार्य है। विगत पांच वर्षों से अक्षय नवमी तिथि पर आयोजित कार्यक्रम के तहत इस बार भी 21 गरीब कन्याओं की शादी के लिए योगदान दिया। इसके साथ ही कंबल का दान, कुपोषित बच्चों को राशन प्रदान किया गया। इससे पूर्व कंपोजिट विद्यालय हरहुआ में 25 बच्चों को प्रशिक्षण का सामग्री प्रदान की गयी।
डॉ. स्वर्ण लता सिंह की ओर से प्रतिवर्ष यह सामाजिक कार्यक्रम अपने पैतृक गांव पिलखीनी रोहनियां में आयोजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि वह पूर्व में विगत दस वर्षों तक कबीरचौरा राजकीय महिला चिकित्सालय में कार्यरत रही हैं। इस दौरान उन्हें परिवार नियोजन में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए वीर बहादुर सिंह के द्वारा दो बार गोल्ड मेडल तथा प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में प्रधानमंत्री की ओर से आयोजित कार्यक्रमों में सहयोग रहता है। जिसके तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, गरीब कन्याओं के विवाह में योगदान, आईसीडीएस के तहत संचालित कुपोषण मुक्त भारत के तहत कुपोषित बच्चों को अन्नदान तथा निःशुल्क टीकाकरण व स्वास्थ्य शिविर शामिल है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीति मौर्या एवं डॉ. फरहीन नाज़ ने किया। इस अवसर पर पीएन सिंह, ध्रुव नारायण सिंह, परख सिंहं, रमा उदल, डॉ. शांति गुप्ता, डॉ. वर्णिका आदित्य, डॉ. विजय लक्ष्मी, डॉ. प्रभात. सहित अनुराग मातृ सदन के अन्य लोग उपस्थित रहे।