डबल इंजन की सरकार की नीति से किसानों की आय में लगातार हो रही वृद्धि
वाराणसी। डबल इंजन की सरकार की कृषि और निर्यात नीति के चलते किसानों की आय में लगातार वृद्धि हो रही है। पूर्वांचल के कृषि उत्पादों का रिकॉर्ड निर्यात होने लगा है। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 के 11 महीने में ही 21 प्रतिशत पेरिशेबल कार्गो का निर्यात बढ़ गया है। पूर्वांचल के सोंधी मिट्टी की उपज खाड़ी-यूरोपीय देशों के अलावा ब्रिटेन, बांग्लादेश, नेपाल आदि देशों तक पहुंच रही है।
किसानों को निर्यातक बना रही योगी सरकार
योगी सरकार और एपीडा बिचौलियों को हटाकर अब किसानों को निर्यातक बना रही है। राज्य सरकार कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) का प्रयास रंग लाने लगा है। पूर्वांचल के कृषि उत्पाद विदेशों में खूब पसंद किए जा रहे हैं। वाराणसी स्थित एपीडा के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक सी बी सिंह ने बताया कि पूर्वांचल के किसान अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता वाले उत्पादों की पैदावार कर रहे हैं। इसकी मांग विदेशों में बढ़ती जा रही है।
11 महीने में हुआ 655 टन निर्यात
उन्होंने बताया कि 2022 में वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे से 541 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद विभिन्न देशों को निर्यात किया गया था, जो बढ़कर वर्ष 2023 के केवल 11 महीनों में ही 655 मीट्रिक टन हो गया। वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 में वाराणसी एयरपोर्ट से कृषि उत्पाद 114 मीट्रिक टन अधिक निर्यात हुआ है। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से केवल नवंबर 2023 में ही 100 मीट्रिक टन से अधिक कृषि निर्यात हुआ है, जो अपने आप में रिकॉर्ड रहा है। मिडिल मैन के हटने से पूर्वांचल में करीब 50 एफपीओ और लगभग 20,000 किसान निर्यात से परोक्ष और अपरोक्ष से जुड़े हुए है। इसका आर्थिक लाभ सीधे अन्नदाताओं को मिल रहा है।
खाड़ी देशों में किया जा रहा निर्यात
योगी सरकार तथा एपीडा ने पूरे वाराणसी क्षेत्र में 40 से अधिक किसानों और एफपीओ के बीच राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठियां व अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता बैठकें आयोजित की हैं, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने और निर्यात के गुण सिखाए गए हैं। एपीडा ने अन्नदाताओं व निर्यातकों को वैश्विक बाजार में अपने खाद्य उत्पादों को लाने के लिए प्लेटफार्म दिया है।एपीडा ने वाराणसी में कार्यालय खोलकर राज्य सरकार की मदद से निर्यात को बढ़ाया है। वाराणसी से मुख्यतः खाड़ी देश यूरोप,नेपाल,बांग्लादेश आदि देशों को हरी मिर्ची, भिंडी, परवल, हरी मटर,आम, लीची, केला, कुंदरू, अमरुद, आम, अरुवी,सहजन,लौकी,कटहल,बैंगन,आंवला, सहजन, खरबूजा, गेंदा, गुलाब के फूल आदि का निर्यात हो रहा है।