DM ने शुक्रवार को पिण्डरा तहसील का किया औचक निरीक्षण

 

वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शुक्रवार को पिण्डरा तहसील का औचक निरीक्षण किया और साफ- सफाई कार्यालय भवन तथा अभिलेखों आदि की जांच की।

तहसील के अभिलेखों का अवलोकन किया और आवश्यक निर्देश दिए। भवन एवं परिसर का निरीक्षण करते समय जगह-जगह गंदगी कूड़ा इकट्ठा देख कर अधिकारियों से पूछा क्या आप लोग कभी स्वयं निरीक्षण करके स्थिति का जायजा लेते हैं। कूड़ा देख कर उसे तत्काल सफाई कराने और कूड़ादान रखवाने व नियमित कूड़ा सफाई का निर्देश दिया। इसके अलावा भवन के गुम्बद धूल की परत से अटे पड़े होने और खिड़कियों पर जाले भी लगे देख कर पूछा सफाई पर ध्यान क्यों नहीं देते,ये सबकी जिम्मेदारी है। 

भवन के ऊपर कई जगह पीपल के पेड़ उगने से दीवारों में दरार पड़ गयी। जिसे देखकर नाराजगी जताई और एक स्थान पर छत की टूटी हुई नाली से गिर रहे पानी के कारण दीवार पर काई लगी हुई, पाया तो उसे तत्काल ठीक कराने का निर्देश दिया।

परिसर में बंद पड़े भवन की चाभी मांगी जो नहीं मिल पायी। महिला शौचालय कि गंदगी दे कर भड़के तथा बने हुए बंद शौचालय पर सवाल किया कि क्यों बंद है। एसडीएम को निर्देशित किया कि इसकी सफाई करा कर प्रयोग में क्यों नहीं लाते। तहसील में इधर उधर बेतरतीब खड़े चार पहिया वाहन एवं बाइकों के लिए विधिवत स्थायी व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

तहसील के राजस्व अभिलेखागार का निरीक्षण करने के दौरान फायर हाईड्रेंट सिलिंडर की एक्सपायरी चेक किया, इसके पश्चात् बस्तों के रखरखाव के बारे में जानकारी लेते हुए पूछा कि कितने पुराने कपड़ो में बांध कर ये अभिलेख रखे गये हैं। उन्होंने बस्ता खुलवा कर देखा और कहा कि हर बस्ते में रखे हुए अभिलेख की कान्टेंट लिस्ट अवश्य होनी चाहिए। जिससे पता चले कि इस बस्ते में कौन-कौन से अभिलेख रखे गये हैं और हर वर्ष उसको चेक किया जाना चाहिए। बिना कपड़ों में बंधे फार्म आदि के बंडल जो उययोग में नहीं आ सकते उनकी श्रेडिंग कराने और खुले हुए अभिलेख न रखने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने तहसील लेखपाल संघ के पदाधिकारियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली तथा उन्हें वादों को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निस्तारित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम पिण्डरा, तहसीलदार सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।