जिला जज ने बाल बंदीगृह का किया निरीक्षण, बालक व बालिकाओं रोजगारपरक प्रशिक्षण के लिए दिए निर्देश

 

वाराणसी। जिला जज संजीव पांडेय ने मंगलवार को रामनगर स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर, राजकीय बालिका गृह एवं राजकीय पक्षातवर्ती देखरेख संगठन महिला एवं राजकीय बालगृह बालक का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बालकों को कौशल विकास का प्रशिक्षण उन्हें रोजगार उन्मुख बनाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही 18 वर्ष से अधिक उम्र की आवासित महिलाओं को  रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाने को कहा। 

जिला जज ने राजकीय संप्रेक्षण गृह में आवासित किशोरों से बातचीत किया व उनके आवासीय व्यवस्था, शिक्षण एवं कौशल प्रशिक्षण के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को बालकों को कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित कराकर उन्हें रोजगार उन्मुख बनाने के लिए निर्देशित किया। 

जिला जज ने राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन महिला में निवासरत बालिकाओं/महिलाओं से वार्ता कर उनके रहन-सहन के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही प्रभारी अधीक्षक को निर्देशित किया कि 18 वर्ष से अधिक उम्र की जो महिलाएं आवासित है, उन्हें रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाए तथा ऐसी एनजीओ का चयन करें, जो इन बालिकाओं/ महिलाओं को अपने यहां रोजगार देकर के इन्हें पुनर्वासित कर समाज के मुख्य धारा में ला सकें, जिससे कि यह महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। 

राजकीय बालगृह बालिका एवं राजकीय बालगृह में जिला जज ने 10 वर्ष से 18 वर्ष के बालकों एवं बालिकाओं से संवाद कर उनकी शिक्षा व्यवस्था, संस्था में आवासीय व्यवस्था तथा उनके रहन-सहन आदि  के संबंध में भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी बालकों को शिक्षा व्यवस्था एवं प्रशिक्षण से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास किए जाएं।

निरीक्षण के समय विजय कुमार विश्वकर्मा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनीष कुमार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं जिला प्रोवेशन अधिकारी उपस्थित रहे।