ट्रॉमा सेंटर में तीन राज्यों के जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण, हेल्थ इमरजेंसी के दौरान कैसे मैनेज करें पूरी व्यवस्था
वाराणसी। पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान (बीएचयू) के संयुक्त तत्वावधान में ट्रामा सेंटर में जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का गुरुवार को तीसरा दिन रहा। सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों (पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी) के प्रबंधन के लिए 2 सितंबर से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यशाला में राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 31 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के प्रबंधन के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रोफेसर सौरभ सिंह के नेतृत्व और स्वास्थ्य प्रणाली विकास कार्यक्रम (एचएसडीपीआर) की नोडल अधिकारी डॉ. कविता मीना के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। कौशल केंद्र के प्रोफेसर प्रभारी प्रोफेसर राजेश मीना ने आयोजन के सुचारू निष्पादन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सत्र में सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों में मुख्य अतिथि प्रो. एस.एन. शंखवार, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस); सम्मानित अतिथि प्रो. सौरभ सिंह, प्रोफेसर प्रभारी, ट्रॉमा सेंटर; और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के प्रतिनिधि डॉ. पंकज गौरव, आईएमएस के वरिष्ठ संकाय सदस्यों की उपस्थिति रही।