वाराणसी में बनेगा डिजास्टर रिस्पांस सेंटर, जमीन चिह्नित कर शासन को भेजा प्रस्ताव 

शहर में रीजनल डिजास्टर सेंटर बनाया जाएगा। इससे विंध्य क्षेत्र में दैवीय आपदा की चुनौती से निबटने, आमजन तक राहत पहुंचाने और जनहानि रोकने में मदद मिलेगी। इसके लिए तीन स्थानों पर जमीन चिह्नित की गई है। वहीं प्रशासन की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। 
 

वाराणसी। शहर में रीजनल डिजास्टर सेंटर बनाया जाएगा। इससे विंध्य क्षेत्र में दैवीय आपदा की चुनौती से निबटने, आमजन तक राहत पहुंचाने और जनहानि रोकने में मदद मिलेगी। इसके लिए तीन स्थानों पर जमीन चिह्नित की गई है। वहीं प्रशासन की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। 

डिजास्टर रिस्पांस सेंटर के लिए ताड़ा गांव में 1,9390 हेक्टेयर, हड़ियाडीह में 0.543 हेक्टेयर और सेंट्रल जेल के पास 12.783 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। लखनऊ में राहत आयुक्त कार्यालय होने की वजह से आपदाओं का दौरान समय लगता है। इसे देखते हुए शासन ने वाराणसी, गौतमबुद्ध नगर, गोरखपुर व झांसी में डिजास्टर रिस्पांस सेंटर की स्थापना का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि शासन ने एक हजार वर्ग मीटर में ऐसी जमीन चिह्नित करने को कहा है, जिसकी कनेक्टिविटी सड़क से हो। 

वाराणसी में डिजास्टर रिस्पांस सेंटर बनने से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा। वहीं प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। एजेंसियां समन्वय बनाकर काम करेंगी। इसमें इमरजेंसी आपरेशन सेंटर, पीड़ितों को राहत पहुंचाने और खोज के साथ बचाव की अत्याधुनिक सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।