धौरहरा कुश्ती दंगल: अशोक पहलवान ने चरखा दांव से साहिल पहलवान को दी मात, चंदौली सांसद ने किया उद्घाटन

 
वाराणसी। चौबेपुर के धौरहरा क्षेत्र में  बुधवार को प्राचीन कुश्ती दंगल समिति द्वारा पितृ पक्ष के अवसर पर विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन शिव मंदिर राजधानी मोड़ पर किया गया। इस आयोजन में पहलवानों के साथ-साथ क्षेत्रीय नागरिकों की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। दंगल का शुभारंभ समिति के अध्यक्ष शिवमोहन यादव और संयोजक क्षति यादव ने अखाड़ा पूजन और अतिथियों का अंगवस्त्र एवं माला पहनाकर स्वागत करके किया।

मुख्य अतिथि चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने दो पहलवानों का हाथ मिलवाकर दंगल की शुरुआत की। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा, "बल और अकल सफलता के दो प्रमुख सोपान हैं और कुश्ती हमारे देश की पुरानी धरोहर है। आज गांव-गांव में अखाड़ों की फिर से जरूरत है।" विशिष्ट अतिथियों में स्नातक एमएलसी डॉ. आशुतोष सिन्हा, इंजीनियर अशोक यादव, राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुभाष यादव, और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मनोहर पहलवान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

अशोक पहलवान ने दिखाया दमखम

प्रतियोगिता के मुख्य आकर्षण में अहरक के अशोक पहलवान ने धौरहरा के साहिल पहलवान को चरखा दांव से चारों खाने चित कर दिया। इसी तरह कमलेश कपिसा को विवेक अहरक ने निकास दांव पर पराजित कर कुश्ती का रोमांच बढ़ा दिया। अन्य मुकाबलों में विवेक, गौरव, अजय राजभर (बरियासनपुर), अंकित (नवापुर), राजकुमार (टांड़), श्याम पहलवान (छितमपुर), लालू पहलवान (सारनाथ), और आर्यन (नवापुर) के मुकाबले जोड़ पर रहे। 

कुश्ती के निर्णायक की भूमिका अंतरराष्ट्रीय कोच वेद प्रकाश ने निभाई। कार्यक्रम का संचालन रामसेवक यादव और शिव वचन यादव ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जयशंकर जय ने किया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय पहलवान संजय यादव (बरेका), गोपाल, लक्ष्मण यादव, स्वरूप पहलवान, शिव वचन, राकेश सिंह, रविंद्र मिश्रा, मेवा पहलवान और बच्चन पहलवान का विशेष स्वागत किया गया।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित व्यक्तियों में गुलाब पहलवान, लोकनाथ मास्टर, श्याम जी एडवोकेट, विनोद यादव, बृजेश यादव, भरत यादव, अखिलेश पहलवान, सोनू सिंह, मुन्नू पांडे, विजय राजभर, डॉ. नंदलाल कनौजिया, डॉ. जवाहर राम, अनूप सिंह, सत्येंद्र यादव, सुभाष यादव, संजय यादव, और जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि धर्मेंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।