डीसीपी ने लालपुर-पांडेयपुर थाने का किया निरीक्षण, चुनाव और क्राइम कंट्रोल को लेकर दिए निर्देश 

पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन श्याम नारायण सिंह ने लालपुर-पाण्डेयपुर थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान थाना परिसर, मेस, मालखाना, शस्त्रागार, बंदीगृह, महिला हेल्प डेस्क, साइबर हेल्प डेस्क आदि का अवलोकन किया। उन्होंने मामलों के त्वरित निस्तारण और क्राइम कंट्रोल के बाबत दिशा-निर्देश दिए। 
 

वाराणसी। पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन श्याम नारायण सिंह ने लालपुर-पाण्डेयपुर थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान थाना परिसर, मेस, मालखाना, शस्त्रागार, बंदीगृह, महिला हेल्प डेस्क, साइबर हेल्प डेस्क आदि का अवलोकन किया। उन्होंने मामलों के त्वरित निस्तारण और क्राइम कंट्रोल के बाबत दिशा-निर्देश दिए। 

डीसीपी ने मीटिंग में थाने में तैनात अधिकारियों-पुलिसकर्मियों से उनके व्यक्तिगत व पारिवारिक समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने लोकसभा चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने व क्षेत्र में शान्ति/कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना स्तर पर की गयी तैयारियों का जायजा लिया। वहीं थाना परिसर में हो रहे निर्माण कार्यों की प्रगति देखी। थाने के महत्वपूर्ण अभिलेखों/रजिस्टरों (जन शिकायत रजिस्टर, अपराध रजिस्टर, महिला हेल्प डेस्क रजिस्टर, साइबर हेल्प डेस्क रजिस्टर, टॉप-10 रजिस्टर, त्यौहार रजिस्टर) आदि अभिलेखों को चेक करते हुए उनके रख-रखाव तथा डाटा अद्यतन/नियमित डाटा फीडिंग करने के संबंध मे कार्यालय मे नियुक्त कर्मियों को निर्देश दिए। 

डीसीपी ने जनसुनवाई रजिस्टर का अवलोकन करते हुए शिकायती प्रार्थना पत्रों का शत-प्रतिशत अंकन करने तथा समस्या का निस्तारण करते हुए शिकीयती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के संबंध मे फरियादियों से निरंतर फ़ीडबैक प्राप्त कर रजिस्टर मे आद्यावधिक करने हेतु भी निर्देशित किया। पुलिस उपायुक्त ने थाना परिसर को साफ रखने, मेन्यू के अनुसार पोषण युक्त भोजन तैयार करने, शस्त्रागार मे शस्त्रों की नियमित सफाई करने, निष्प्रोज्य दंगा नियंत्रण उपकरणों को बदलकर नया प्राप्त करने, लंबे समय से थाने मे दाखिल अभियोगों से संबंधित लावारिस एवं जप्त वाहनों का विधिक निस्तारण सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। 

महिला हेल्प डेस्क पर मौजूद महिला कर्मचारीगण को पीड़ित महिलाओं के प्रति उनके व्यवहार व उनकी समस्याओं के समुचित समाधान व समाधान का फीडबैक लेने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि थाने पर आने वाले शिकायतकर्ताओं के साथ अच्छा व्यवहार हो एवं शिकायत का गुणवत्तापरक निस्तारण किया जाय। लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण हेतु भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।