बीएचयू दीक्षांत समारोह का दूसरा दिन: उल्लास और उपलब्धि के बीच दो दिनों में 13,450 डिग्रियों का वितरण
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के 105वें दीक्षांत समारोह के दूसरे दिन भी परिसर में उत्साह, उमंग और उपलब्धि का माहौल देखने को मिला। शनिवार को मालवीय मूल अनुशीलन केंद्र के सभागार में वसंता कॉलेज फॉर विमेंस की छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर के अलग-अलग सभागारों में विभिन्न संकायों और महाविद्यालयों के छात्रों को भी डिग्रियां और मेडल दिए गए।
डिग्रियां प्राप्त करते ही छात्राओं और छात्रों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। अनेक अभिभावक भी अपने बच्चों की उपलब्धि पर गर्व महसूस करते हुए समारोह का हिस्सा बने। समारोह पूरी सादगी, अनुशासन और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम के बाद पूरे परिसर में उत्सव जैसा नज़ारा देखने को मिला। विद्यार्थी अपने मित्रों और शिक्षकों के साथ तस्वीरें लेते दिखाई दिए, जबकि पारंपरिक परिधान में डिग्री लेने पहुंची छात्राओं का दृश्य अत्यंत मनभावन रहा।
बीएचयू प्रशासन के अनुसार, दो दिनों में कुल 13,450 डिग्रियां वितरित की जानी हैं। इनमें स्नातक, परास्नातक, एमफिल, पीएचडी और विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की डिग्रियां शामिल हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों से सम्मानित भी किया गया। समारोह में वसंता कॉलेज फॉर विमेंस, आर्य महिला पीजी कॉलेज, केंद्रीय हिंदू बालिका इंटर कॉलेज समेत अन्य घटक महाविद्यालयों के छात्रों को भी डिग्रियां प्रदान की जा रही हैं।
बीएचयू देश का प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसके अंतर्गत 6 संस्थान, 14 संकाय, 140 से अधिक विभाग और 5 प्रमुख घटक महाविद्यालय संचालित होते हैं। दो दिनों तक चला यह दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के शैक्षणिक सफर का उत्सव बना, बल्कि बीएचयू की गौरवशाली परंपरा और शिक्षा की गुणवत्ता को भी एक बार फिर उजागर करता नजर आया।