चंदौली डिपो में भ्रष्टाचार, चालकों ने फोरमैन पर लगाए गंभीर आरोप 

 

 वाराणसी। चंदौली डिपो में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। यहां अनियमितता, उत्पीड़न और डीजल चोरी जैसे गंभीर अपराध हो रहे हैं। इसमें फोरमैन की भी भूमिका संदेह के घेरे में है। उक्त आरोप गोलगड्डा स्थित काशी डिपो  गोलगड्डा के समीप आयोजित पत्रकार वार्ता में चालकों ने लगाए। पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की। 

एक पीड़ित चालक की शिकायत के अनुसार, फोरमैन अनिल ने अपनी नियुक्ति के बाद से चालकों के साथ द्वेषपूर्ण व्यवहार शुरू कर दिया। आरोप है कि कार्यशाला कर्मियों के जरिए चालकों को झूठे मामलों में फंसाते हैं और जबरन मोटी रकम वसूलते हैं। विरोध करने पर फर्जी रिपोर्ट बनाकर चालकों को डराया-धमकाया जाता है। आरोप है कि रात में खड़ी बसों से डीजल चोरी कर बेचा जाता है। सुबह वाहन का औसत बिगड़ने पर चालकों पर दोष मढ़ दिया जाता है। शिकायत में दावा है कि अनिल और सहयोगी जानबूझकर डीजल, पंप और पाइप जैसे सामान वाहन में रखवाकर वीडियो बनाते हैं और चोरी का झूठा आरोप लगाते हैं।

जो चालक समय पर डीजल नाप लेते हैं, उन्हें भी गाली-गलौज कर परेशान किया जाता है। चालकों ने बताया कि पूर्व में सिटी बस डिपो में भी अनिल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। चंदौली डिपो से 130 टायर, 60 रिम और 60 जग हिवलपाना जैसी महंगी सामग्रियों के गायब होने की बात सामने आई, लेकिन इसका कोई लेखा-जोखा उपलब्ध नहीं है। चालकों ने परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से त्वरित संज्ञान लेने और निष्पक्ष जांच की मांग की। यह मामला चंदौली डिपो में व्यवस्था की खामियों और भ्रष्टाचार की गंभीर स्थिति को उजागर करता है।