नगर पालिका बहाल करो संघर्ष समिति को कांग्रेस का समर्थन, अजय राय बोले – कांग्रेस इस मुद्दे को प्रदेश स्तर तक उठाएगी
अजय राय ने सुनी व्यथा
अजय राय ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यान से सुना और कहा कि नगर पालिका को नगर निगम में मिलाने का निर्णय रामनगर के गरीब और मध्यमवर्गीय जनता के साथ बड़ा अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रदेश सरकार की ओर से लिया गया एक गलत फैसला है, जो आम लोगों के हितों के विपरीत है। नगर निगम पहले से ही महानगरों में विकास के मुद्दों को सुलझाने में विफल रहा है और अब रामनगर के विकास में भी असमर्थ होगा।
आंदोलन का गांधीवादी तरीका सराहनीय
अजय राय ने संघर्ष समिति द्वारा अपनाए गए गांधीवादी आंदोलन की सराहना की और कहा कि शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से जनता के अधिकारों के लिए लड़ना एक सशक्त कदम है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन जनता की आवाज़ को बुलंद करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है और इसे पूरी तरह से कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी रामनगर के नागरिकों के इस संघर्ष में हर संभव सहायता करेगी और नगर पालिका को पुनः बहाल कराने के लिए संघर्ष में साथ खड़ी रहेगी।
कांग्रेस पार्टी का पूर्ण समर्थन
अजय राय ने संघर्ष समिति के आंदोलन को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी रामनगर के नागरिकों के साथ इस अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि रामनगर के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता और कांग्रेस इसके खिलाफ आवाज उठाएगी।
समिति के सदस्यों ने अजय राय के इस आश्वासन और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक रामनगर की नगर पालिका को पुनः बहाल नहीं किया जाता।
समिति का अगला कदम:
संघर्ष समिति ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। वहीं, अजय राय ने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को प्रदेश स्तर पर उठाएगी और इसके लिए विधानसभा में भी आवाज़ बुलंद की जाएगी।