काशी की कला और संस्कृति से पहचान कराएंगे शहर के चौराहे, लगाए जाएंगे स्कल्पचर 

शहर के चौराहे काशी की स्थानीय कला और संस्कृति की पहचान कराएंगे। चौराहों पर स्थानीय कला एवं संस्कृति पर आधारित थीम के अनुसार स्कल्पचर लगाते हुए सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने डायरेक्टर रेलवे बोर्ड, ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय सचिव, अपर नगर आयुक्त, नगर नियोजक, वीडीए के साथ चौराहे के सौन्दर्यीकरण के संबंध में बीएलडब्ल्यू में विभिन्न स्क्रैप से निर्मित किए जा रहे स्कल्पचर का अवलोकन किया। इस दौरान स्कल्पचर की कलाकृति देखी। वहीं कलाकारों व रेलवे अधिकारियों के साथ बातकर जानकारी ली। 
 

वाराणसी। शहर के चौराहे काशी की स्थानीय कला और संस्कृति की पहचान कराएंगे। चौराहों पर स्थानीय कला एवं संस्कृति पर आधारित थीम के अनुसार स्कल्पचर लगाते हुए सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने डायरेक्टर रेलवे बोर्ड, ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय सचिव, अपर नगर आयुक्त, नगर नियोजक, वीडीए के साथ चौराहे के सौन्दर्यीकरण के संबंध में बीएलडब्ल्यू में विभिन्न स्क्रैप से निर्मित किए जा रहे स्कल्पचर का अवलोकन किया। इस दौरान स्कल्पचर की कलाकृति देखी। वहीं कलाकारों व रेलवे अधिकारियों के साथ बातकर जानकारी ली। 

चौराहों पर स्कल्पचर लगाने के संबंध में विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने कार्यालय में बैठक की। इसमें चौराहे के सौन्दर्यीकरण के सम्बन्ध में परियोजना वास्तुविद की ओर से प्रस्तुतीकरण किया गया। प्राथमिक रूप से चिह्नित जिन स्थानों, चौराहे पर स्कल्पचर लगाए जाएंगे। उसके सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। 


बैठक में परियोजना हेतु प्राथमिक रूप से चिह्नित स्थलों का टोटल स्टेशन सर्वे कराते हुए विस्तृत ड्राइंग व डिजाइन 10 दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस दौरान सचिव, अपर सचिव, नगर नियोजक एवं संबन्धित परियोजना सलाहकार एवं वास्तुविद उपस्थित रहे।