चीकू कैब ने 250 से अधिक शहरों में 1 हजार से अधिक रूटों पर शुरू की अपनी सेवा, कंपनी के प्रतिनिधियों ने साझा की भविष्य की योजनाएं
वाराणसी। भारत की सबसे तेजी से उभरती मोबिलिटी सेवा प्रदाता कंपनी चीकू कैब के प्रतिनिधियों ने शनिवार को वाराणसी के होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य कंपनी की विकास यात्रा, वर्तमान सेवाओं और भविष्य की रणनीतियों को साझा करना था। कार्यक्रम की निगरानी कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर समीर अहमद शाह ने की।
इस अवसर पर कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर नेहा सिंह, एचआर मैनेजर अनुपमा सिन्हा, जनरल मैनेजर अमित उपाध्याय, और अन्य प्रमुख अधिकारी जैसे सुरेंद्र मिश्रा, नीलेश त्रिपाठी, प्रवीण यादव, मोहम्मद अहसान, मनीष उपाध्याय, आदर्श सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्थानीय मीडिया, डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स और उद्योग विशेषज्ञों की भी भागीदारी रही।
एक विचार से शुरू हुई यात्रा
2018 में स्थापित चीकू कैब ने एक स्पष्ट उद्देश्य के साथ अपनी यात्रा शुरू की, हर भारतीय को, चाहे वह किसी भी कोने में हो, भरोसेमंद, बजट-फ्रेंडली और सुलभ टैक्सी सेवा प्रदान करना। केवल सात वर्षों में कंपनी ने 250 से अधिक शहरों में विस्तार करते हुए 1000+ रूट्स पर सेवाएं शुरू की हैं, जिससे लाखों ग्राहकों का भरोसा अर्जित किया है। कंपनी मेट्रो शहरों से लेकर टियर-2 और टियर-3 कस्बों तक सक्रिय है, और "पॉकेट बजट में टैक्सी" के सिद्धांत को निभाते हुए लोगों की दैनिक यात्रा, एयरपोर्ट ट्रांसफर, और आउटस्टेशन ट्रिप को सहज बनाती है।
तकनीक आधारित विश्वसनीय सेवा
चीकू कैब की ताकत उसका यूज़र-फ्रेंडली मोबाइल ऐप है, जो Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। ऐप में रीयल-टाइम राइड ट्रैकिंग, विविध भुगतान विकल्प, 24/7 ग्राहक सहायता, और पारदर्शी किराया प्रणाली जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो यूजर्स को एक सरल और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐप का लाइव डेमो भी प्रस्तुत किया गया, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली बार इसका इस्तेमाल करेंगे या ग्रामीण/अर्ध-शहरी क्षेत्रों से आते हैं।
सस्टेनेबिलिटी और मानवीय दृष्टिकोण
प्रबंध निदेशक नेहा सिंह ने कहा, "चीकू कैब की नींव उस आम आदमी की ज़रूरत पर रखी गई है, जिसे सस्ती, सुरक्षित और सुलभ यात्रा चाहिए—चाहे वह शहर में हो या गांव में। हमारा मानना है कि सुविधा विलासिता नहीं, बल्कि अधिकार होनी चाहिए।" उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) को अपनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है ताकि पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सके। इस दिशा में कई टियर-3 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू किए गए हैं।
एचआर मैनेजर अनुपमा सिन्हा ने कंपनी की आंतरिक संस्कृति और ड्राइवर प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। "हमने सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि एक परिवार बनाया है जो गुणवत्ता, ईमानदारी और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।" जनरल मैनेजर अमित उपाध्याय ने बताया, "हमारा लक्ष्य है कि जब कोई उपयोगकर्ता ‘बुक नाउ’ पर क्लिक करे, तो उसे भरोसा हो कि चीकू कैब उसका इंतज़ार कर रही है।"
भविष्य की योजनाएं और विस्तार
मीडिया से बातचीत के दौरान, कंपनी ने अपने टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार, कम से कम डायनामिक प्राइसिंग, और ग्रामीण परिवहन की खाई को पाटने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की। चीकू कैब ने यह स्पष्ट किया कि वह सिर्फ एक ऐप आधारित टैक्सी सेवा नहीं, बल्कि एक मिशन है, भारत को बेहतर यात्रा अनुभव देने का। अंत में, समीर शाह ने कहा, "हर यात्रा सिर्फ दूरी तय करना नहीं, बल्कि विश्वास का निर्माण है—और चीकू कैब इस भरोसे की साथी है।"