मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला, स्पॉन्सरशिप, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की समीक्षा बैठक
वाराणसी। शुक्रवार 17 नवंबर को मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला, स्पॉन्सरशिप, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना अंतर्गत आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष ऑनलाइन किए गए आवेदन पत्रों की श्रेणीवार समीक्षा की गई। बैठक में महोदय द्वारा सभी छह श्रेणियों में पात्र लाभार्थियों को चिन्हित कर आवेदन पत्रों को ऑनलाइन कराए जाने हेतु निर्देशित किया। आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष कम आवेदन कराए जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी पर नारजगी व्यक्त की एवं सभी को निर्देशित किया गया कि जनपद में वृहद अभियान चलाकर सभी श्रेणियों के पात्र बालिकाओ के आवेदन पत्रों को ऑनलाइन कराए कन्या सुमंगला से लाभान्वित किए जाने हेतु सभी प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं आशा एक सप्ताह की निर्धारित अवधि में सभी बच्चो को चिन्हित कर योजना का फार्म भरवाए साथ ही इस आशय का प्रमाणपत्र भी दें कि अब कोई भी पात्र बालक / बालिका उनके कार्यक्षेत्र में अवशेष नहीं है। अगर किसी के कार्यक्षेत्र में इसके बाद कोई भी बालक /बालिका ऐसा पाया जाता है जिसका फॉर्म नही भरा गया है तो संबधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
जनपद में जन्म लेने वाली बालिकाओं एवं उन बालिकाओं जिनका एक वर्ष का टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। उनके आवेदन हेतु प्रत्येक सीएचसी पर आशा और एएनएम के बैठक कर लक्ष्य निर्धारण कर आवेदन कराए जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि जनपद में अभियान स्वरूप पात्र बच्चियों के आवेदन पत्रों को ऑनलाइन किया जाए किसी भी दशा में कोई भी पात्र योजना से वंचित न रहने पाये।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी को उक्त योजनाओं पर सघन अभियान चलाकर कार्य करने हेतु अपने स्तर से अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों को निर्देशित कर योजना की प्रगति के मॉनिटरिंग हेतु निर्देशित किया।
समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी, उच्च शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, महिला कल्याण अधिकारी, सरंक्षण अधिकारी की उपस्थिति रही।