हास्टल के रूप में आवंटित हुआ विरासत भवन चारू महल, 120 विद्यार्थियों को मिलेगी सुविधा
वाराणसी। बीएचयू से संचालित रणवीर संस्कृत विद्यालय के छात्रावास के रूप में विरासत भवन चारू महल का आवंटन किया गया। लगभग 150 वर्ष पुराने इस विरासत भवन की मरम्मत तथा आवश्यक सुविधाओं के विकास के पश्चात यह छात्रावास के रूप में विद्यालय को आवंटित कर दिया गया है। भवन में 20 फ्लैट तथा 52 कमरे हैं। यहां 120 विद्यार्थियों को हॉस्टल सीटें उपलब्ध हो सकेगी।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को विश्वविद्यालय सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। दूसरे शहरों में अध्ययन के लिए जाने वाले स्कूल के विद्यार्थियों की आवश्यकताएं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की तुलना में अलग होती हैं। ऐसे में रणवीर संस्कृत विद्यालय में छात्रावास उपलब्धता के कार्य को प्राथमिकता दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ढांचागत व्यवस्थाओं व सुविधाओं के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं।
रणवीर संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. आनंद कुमार जैन ने कहा कि यह दोमंज़िला भवन बहुत अच्छी हालत में नहीं था और न ही इसकी क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल हो रहा था। अब इस भवन के पुनरुद्धार से और इसे विद्यालय को आवंटित करने से विद्यार्थियों को काफी लाभ होने वाला है। डॉ. जैन ने कुलपति जी के दूरदर्शी नेतृत्व के लिए उनका आभार जताया।