वाराणसी में टीबी रोगियों की पहचान और जागरूकता के लिए अभियान शुरू, 194 लोगों की जाँच में मिले 11 पॉजिटिव
वाराणसी। जनपद में छिपे हुए क्षय रोगियों की पहचान के लिए सोमवार से 'सक्रिय क्षय रोगी अभियान' की शुरुआत हुई। जिलाधिकारी के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में चल रहे इस अभियान में स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर परिवार के सभी सदस्यों की जांच कर रहे हैं। जिन लोगों में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं, उनके बलगम (स्पूटम) के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। जिन व्यक्तियों में टीबी की पुष्टि होती है, उन्हें तुरंत इलाज के लिए अधिसूचित कर दिया जाता है। इसके साथ ही टीबी मुक्त पंचायत अभियान के अंतर्गत जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां भी की जा रही हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. पीयूष राय ने बताया कि एसीएफ़ अभियान के पहले दिन, सोमवार को जिले की सभी 23 टीबी यूनिट्स ने स्वास्थ्यकर्मियों के माध्यम से 10,069 घरों का दौरा किया, जिसमें 59,630 लोगों की जांच की गई। इस दौरान 337 व्यक्तियों में टीबी से मिलते-जुलते लक्षण पाए गए। इनमें से 194 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें 11 मामलों में टीबी की पुष्टि हुई। इन सभी रोगियों का तुरंत अधिसूचना कर उपचार शुरू किया गया।
डीटीओ ने आगे बताया कि इस एसीएफ़ अभियान के तहत जिले की कुल जनसंख्या का 20 प्रतिशत क्षेत्र को कवर किया जा रहा है। टीबी मरीजों की खोज के लिए कुल 198 टीमों का गठन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक पांच टीमों पर एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। कुल 40 पर्यवेक्षकों को इस जिम्मेदारी के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा, प्रत्येक टीबी यूनिट में एक-एक मेडिकल अधिकारी भी नामित किया गया है। जांच टीम संभावित टीबी रोगियों के स्पूटम नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज रही है।
अभियान के दौरान हाई-रिस्क क्षेत्रों को भी चिह्नित किया गया है, जिनमें जेल, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय, स्कूल, वृद्धाश्रम, मलिन बस्तियों जैसे संभावित स्थान शामिल हैं। स्पूटम नमूनों की माइक्रोस्कोपी लैब में जांच की जा रही है। यदि स्पूटम में टीबी के बैक्टीरिया नहीं मिलते हैं, तो मरीज का चेस्ट एक्स-रे किया जाएगा। संक्रमण की पुष्टि होने पर रोगियों का तुरंत उपचार शुरू किया जाएगा।
दूसरी ओर, सोमवार को टीबी मुक्त पंचायत अभियान के अंतर्गत काशी विद्यापीठ ब्लॉक के केराकतपुर गांव में कंपोजिट स्कूल के छात्रों द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली में करीब 2500 छात्रों ने भाग लिया। स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज विभाग और पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से इस रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रधानाध्यापिका आराधना दुबे, ग्राम प्रधान प्रमोद सिंह, पीरामल फाउंडेशन से अरविंद गुप्ता, गांधी फेलो से अमित शर्मा, सोनाली चौधरी, प्रतिष्ठा सिंह, छाया कुमारी, ललिता वर्मा और करुणा फेलो से अनामिका सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।