BHU: निलंबन और निष्काषन के विरोध में एकजुट हुए छात्र, केंद्रीय कार्यालय पर पूर्ण तालाबंदी की छात्रों ने दी चेतावनी
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कुलपति सुधीर कुमार जैन के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद विश्वविद्यालय में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय कार्यालय के बाहर पीएचडी नियमावली के खिलाफ छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं, वहीं कुलपति जैन के कार्यकाल के दौरान निलंबित और निष्कासित छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय के पिछले दरवाजे पर डेरा डाले रखा है।
इन छात्रों का आरोप है कि कुलपति जैन और उनके सहकर्मियों ने द्वेषपूर्ण कार्यवाई करते हुए पिछले तीन वर्षों में दर्जनों छात्रों को निलंबित और निष्काषित किया। निलंबन के खिलाफ विरोध कर रहे छात्र अभिजीत ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने बताया कि जिस मामले में उन्हें और उनके साथियों को निष्कासित किया गया है, उसमें उनकी कोई संलिप्तता नहीं है। इस मुद्दे को लेकर वे तीन साल से केंद्रीय कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है, जिससे उनकी स्नातक डिग्री पर संकट मंडरा रहा है।
वहीं, कुलपति आवास पर हुए हंगामे में निलंबन झेल रहे शोध छात्र शुभम शुक्ला ने कहा कि सुधीर कुमार जैन एक छात्र विरोधी कुलपति थे जिन्होंने विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ अन्याय किया। छात्रों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर दो दिन में विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे केंद्रीय कार्यालय पर ताला बंदी कर देंगे और विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे।