NIRF की रैंकिंग में बीएचयू को पांचवां स्थान, 10वें स्थान पर आईआईटी 

शिक्षा मंत्रालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग जारी की है। इसमें बीएचयू को पांचवां स्थान मिला है। वहीं आईआईटी बीएचयू को 10वीं रैंक मिली है। बीएचयू ने अपनी पिछले साल की रैंकिंग बरकरार रखी है। 
 

वाराणसी। शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग जारी की है। इसमें बीएचयू को पांचवां स्थान मिला है। वहीं आईआईटी बीएचयू को 10वीं रैंक मिली है। बीएचयू ने अपनी पिछले साल की रैंकिंग बरकरार रखी है। बीएचयू पिछले तीन साल से एनआईआरएफ रैंकिंग में पांचवें स्थान पर बना हुआ है। 

आईआईटी बीएचयू ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2024 की रैंकिंग में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इसमें प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग श्रेणी में 10वां स्थान प्राप्त किया है। 2023 की रैंकिंग में 15वां स्थान था। इस वर्ष उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आईआईटी (बीएचयू) के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए संकाय, कर्मचारियों और छात्रों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा, यह मील का पत्थर हमारे पूरे आईआईटी (बीएचयू) समुदाय के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। यह हमारी शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान नवाचार और समग्र विकास की निरंतर खोज को दर्शाता है। मैं इस सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों का तहे दिल से धन्यवाद करता हूं।

उन्होंने कहा कि रैंकिंग में सुधार, आईआईटी (बीएचयू) में शिक्षा की गुणवत्ता, अनुसंधान के परिणाम और छात्रों की उपलब्धियों को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासों का परिणाम है। संस्थान ने लगातार अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों का विस्तार करने, अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देने और समावेशी और सहायक कैंपस संस्कृति को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया है। आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी की एनआईआरएफ रैंकिंग में बढ़ोतरी इस बात को साबित करती है कि यह भारत में अग्रणी इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक है। संस्थान अपने शैक्षणिक मानकों को और आगे बढ़ाने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।