BHU पीएचडी प्रवेश में सिर्फ नेट स्कोर से होगा चयन, छात्रों में नाराजगी

 
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने पीएचडी प्रोग्राम में 2024-25 सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब केवल जून 2024 में आयोजित नेट (यूजीसी नेट/सीएसआईआर नेट) परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार ही पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला पा सकेंगे। विश्वविद्यालय ने इस संबंध में अपने एडमिशन पोर्टल पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। 

यूजीसी की 27 मार्च 2024 की अधिसूचना के आधार पर इस सत्र में पीएचडी प्रवेश पूरी तरह से नेट परीक्षा के स्कोर पर निर्भर करेगा। बीएचयू ने स्पष्ट किया है कि इस बार विश्वविद्यालय द्वारा अलग से कोई शोध प्रवेश परीक्षा (RET) आयोजित नहीं की जाएगी, जैसा पहले किया जाता था।

नए नियम के तहत प्रवेश प्रक्रिया 

पीएचडी प्रवेश के लिए नेट परीक्षा के 70 प्रतिशत अंक और इंटरव्यू के 30 प्रतिशत अंक जोड़े जाएंगे। इससे पहले, जो छात्र यूजीसी-नेट क्वालिफाई नहीं कर पाते थे, वे बीएचयू की खुद की एंट्रेंस परीक्षा (RET) के माध्यम से पीएचडी में दाखिला पाते थे, लेकिन इस बार यह विकल्प नहीं रहेगा।

छात्रों का विरोध
 
कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर बीएचयू के इस फैसले का विरोध किया है। उनका कहना है कि बीएचयू ने कुछ महीने पहले ही नया पीएचडी ऑर्डिनेंस जारी किया था, जिसमें यह बदलाव किया गया था। RET परीक्षा को हटाने से उन छात्रों के लिए सीमित अवसर हो जाएंगे, जो नेट परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं।