बीएचयू भूभौतिकी के छात्र शिवम राय ने गेट 2024 में किया टॉप, सार्थक की दूसरी और अभिनव की तीसरी रैंक
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भूभौतिकी विभाग तीन छात्रों शिवम राय सार्थक पापने और अभिनव शर्मा ने आईआईटी गेट 2024 की परीक्षा में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया है। इस बार आईआईटी गेट की परीक्षा भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर से अयोजित की गई थी। शिवम राय गोरखपुर जिले के रुद्रपुर खजानी गांव के रहने वाले हैं। शिवम ने गेट 2024 की परीक्षा में 75.33 प्रतिशत अंक प्राप्त किया।
शिवम के पिता अरुण कुमार राय एलआईसी एजेंट है। मां गृहणी हैं। शिवम ने अपनी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा एसडीडीटी इंटर कालेज रुद्रपुर गोरखपुर से पास किया है। जबकि, उन्होंने बीएचयू से बीएससी मैथमेटिक्स आनर्स से किया। उसके बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भूभौतिकी विभाग से एमएससी टेक की परीक्षा पास की। शिवम ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता पिता गुरुजनों और दोस्तों को दिया। शिवम ने बताया कि भविष्य में आईआईटी से शोध करना चाहते हैं। इससे भूभौतिकी के क्षेत्र में कुछ नया शोध कर सके। गेट परीक्षा में दूसरा रैंक प्राप्त करने वाले सार्थक पापने उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले हैं। उनके पिता रमेश पपनैं एक किसान है। सार्थक ने हाइस्कूल और इंटर की परीक्षा एमपी हिन्दू इंटर कालेज रामनगर नैनीताल से पास किया है, जबकि इन्होंने ग्रेजुएशन की परीक्षा पीएनजी पोस्ट ग्रेजुएट कालेज नैनीताल से पूरी की है। उन्होंने इस वर्ष बीएचयू भूभौतिकी विभाग से एमएससी टेक किया है।
तीसरी रैंक प्राप्त करने वाले अभिनव शर्मा मिर्जापुर जिले के थानाक्षेत्र कछवा के कटका गांव के निवासी हैं। उनके पिता उदयराज शर्मा एक किसान हैं। मां उर्मिला देवी एक गृहणी है। अभिनव अनंति इंटर कॉलेज कछवा से हाइस्कूल और इंटर की परीक्षा में भी क्षेत्र के टॉपर रहे है। अभिनव ने बीएचयू से भौतिक विज्ञान में बीएससी आनर्स तथा बीएचयू के भूभौतिकी विभाग से एमएससी टेक की परीक्षा पास किया है। अभिनव ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता पिता गुरुजनों को दिया। वहीं अभिनव सार्थक और शिवम ने बताया कि गेट प्राप्त की गई यह सफलता में विभाग के पूर्व शिक्षक स्वर्गीय डॉ रोहतास की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इनकी कुछ दिन ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था। यह सफलता स्वर्गीय डॉ रोहताश को समर्पित किया। छात्रों की इस सफलता पर भूभौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर ज्ञान प्रकाश सिंह और प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव समेत अन्य लोगों ने बधाई दी।