श्री राम मंदिर को समर्पित रही बीएचयू की पुष्प प्रदर्शनी, अंतिम दिन कुलपति ने बांटे पुरस्कार
वाराणसी। महामना की जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का बुधवार को समापन हुआ। जिसके मद्देनजर कुलपति प्रो० सुधीर जैन ने प्रदर्शनी में अपनी मेहनत के जरिए अपनी प्रतिभा दिखाने वाले छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत किया।
पुष्प प्रदर्शनी आयोजन के सचिव प्रोफेसर आनन्द कुमार सिंह ने बताया कि मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी-2023 इस वर्ष श्री राम मन्दिर अयोध्या को समर्पित थी। जिसे हमारे माली भाईयों ने दिन रात मेहनत करके हूबहू श्री राम मन्दिर जैसा बनाया और प्रदर्शनी का सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र रहा। इसके अलावा गुलदाउदी के गमलों एवं फूलों के संग्रह अन्तर्गत सभी वर्गों में गार्डेन इंचार्ज, केन्द्रीय पौधशाला, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कोलियस के एवं रंगीन पत्तियों में समूह में गार्डेन इंचार्ज, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।
इसी प्रकार गुलदावदी के कटे फूलों में भी गार्डेन इंचार्ज, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। गुलाब के कटे फूल में अधिशासी अधिकारी, छावनी परिषद, कैण्ट, वाराणसी ने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए शील्ड पर अपना कब्जा जमाया। प्रदर्शनी का सबसे सुन्दर गुलाब किंग ऑफ द शो कैंट छावनी परिषद के अधिशासी अधिकारी ने प्राप्त किया। प्रदर्शनी का सबसे सुन्दर द्वितीय गुलाब क्वीन ऑफ द शो आईआईटी बीएचयू की डॉ० स्मृति द्विवेदीने अपने नाम किया। प्रदर्शनी का सुन्दर तृतीय गुलाब प्रिंस ऑफ द शो भी डा० स्मृति द्विवेदीको ही मिला। इसी प्रकार प्रदर्शनी का सुन्दर चतुर्थ गुलाब प्रिंसेस ऑफ द शो कैंट छावनी परिषद के अधिशासी अधिकारीने प्राप्त किया। आचार्य नरेन्द्र देव कप (शाकभाजी) हेतु गार्डेन इंचार्ज, कोचीन हाउस ने सर्वाधिक अंक प्राप्त करते हुए अपना कब्जा जमाया।
सम्पूर्ण प्रदर्शनी का विजेता बीएचयू केन्द्रीय पौधशाला के गार्डेन इंचार्ज रहे। जिन्होंने 19 प्रथम, 14 द्वितीय, 11 तृतीय पुरस्कार प्राप्त कर अंकों के आधार पर प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय शील्ड पर अपना कब्जा जमाया। सर सुंदरलाल के गार्डेन इंचार्ज 17 प्रथम, 13 द्वितीय तथा 03 तृतीय पुरस्कार प्राप्त कर द्वितीय स्थान पर रहते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय कप पर अपना कब्जा जमाया।
कुलपति प्रो० जैन ने कहा कि इस पुष्प प्रदर्शनी में परिसर में निवास करने वाले लोगों के उद्यान को भी शामिल किया जाना चाहिए। फ्लैट में निवास करने वाले लोगों को भी इसमें शामिल करना चाहिए। इस पुष्प प्रदर्शनी में अनेक बाहरी लोग अवलोकन करते हैं। कुछ इस प्रकार की व्यवस्था हो कि भ्रमण करने वाले यदि चाहे तो अपने साथ स्मृति चिह्न खरीदकर ले जाएं जो उनको प्रदर्शनी के बारे में याद दिलाएं। कुलपति ने कहा कि अगले वर्ष से औषधीय पौधों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए ताकि आम लोगों को इसका लाभ मिल सके। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ० अरूण कुमार सिंह, उद्यान सलाहकार डॉ० अश्विनी देशवाल सहित संस्थानों के निदेशक गण आदि मौजूद रहे।