बीएचयू में मनाई गई पंडित बलवंत राय भट्ट की 104वीं जयंती, कलाकारों ने दी प्रस्तुति 

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत संकाय में पद्मश्री पंडित बलवंत राय भट्ट 'भवरंग' की 104वीं जयंती का आयोजन पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागृह में किया गया। पंडित भट्ट इस संकाय के पहले आचार्य थे। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ज्ञानेश चंद्र पांडेय के नेतृत्व में सामवेत स्वर में की गई प्रार्थना "प्रभु तूने यह ब्रह्मांड सारा" से हुई।
 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत संकाय में पद्मश्री पंडित बलवंत राय भट्ट 'भवरंग' की 104वीं जयंती का आयोजन पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागृह में किया गया। पंडित भट्ट इस संकाय के पहले आचार्य थे। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ज्ञानेश चंद्र पांडेय के नेतृत्व में सामवेत स्वर में की गई प्रार्थना "प्रभु तूने यह ब्रह्मांड सारा" से हुई।

कार्यक्रम में पंडित भवरंग के वरिष्ठ शिष्य डॉ. चितरंजन ज्योतिषी, प्रो. राजेश्वर आचार्य, संकाय प्रमुख डॉ. संगीता पंडित, डॉ. वीरेंद्र नाथ पांडेय, डॉ. राजेश शाह, प्रो. प्रवीण उद्धव, प्रेमचंद होंबल सहित अन्य वरिष्ठ कलाकारों ने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पंडित जी के पुराने ध्वनि मुद्रण की प्रस्तुति श्रोताओं के समक्ष रखी गई।

प्रथम प्रस्तुति में बांसुरी वादक डॉ. राकेश कुमार ने राग "अमृत वर्षिनी" की मध्यम और द्रुत लय प्रस्तुत की। दूसरी प्रस्तुति में डॉ. कुमार अंबरीश चंचल ने राग "मधुवंती" में विलंबित और द्रुत पारंपरिक रचनाओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का समापन पंडित भवरंग जी की रचना से हुआ। कार्यक्रम में संकाय के विद्यार्थी, विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी और नगर के वरिष्ठ कलाकार उपस्थित रहे।