लोहता में भरत मिलाप का ऐतिहासिक आयोजन, चारों भाइयों के मिलन से भक्त हुए भावविभोर
वाराणसी। लोहता में अति प्राचीन रामलीला समिति के तत्वावधान में लगातार 311 वर्षों से श्रीराम की लीला का मंचन होता आ रहा है। रविवार को विजयदशमी के अगले दिन रामलीला के 20वें दिन भरत मिलाप की लीला का आयोजन हुआ। शाम 5:45 बजे, जब भरत जी को मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और अनुज लक्ष्मण के आगमन की सूचना मिलती है, तो वे नंगे पांव दौड़ते हुए प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए व्याकुल हो जाते हैं। हर पल उनके लिए एक युग के समान प्रतीत होता है।
भरत जी श्रीराम के चरणों में गिरकर दंडवत प्रणाम करते हैं, अपनी सम्पूर्ण भक्ति अर्पित करते हैं। श्रीराम भरत को उठाकर गले लगाते हैं, और इसके बाद चारों भाई एक-दूसरे को गले लगाकर मिलते हैं। इस दृश्य को देखकर सम्पूर्ण अयोध्या में मंगलमय माहौल छा जाता है, और जय श्रीराम के जयकारे गूंजने लगते हैं।
इस आयोजन में मुख्य अतिथियों में त्रिलोकी नाथ दुबे, पं. रमाकांत शुक्ला (व्याख्याता), कन्हैया लाल सेठ, तेजबहादुर सिंह, सुरेश श्रीवास्तव, रजनीश कांत उर्फ पिंटू शुक्ला, वीरेंद्र सिंह, प्रबल कुमार पाण्डेय, कृपा शंकर मिश्रा, विजय दुबे, और रमेश दुबे सहित लोहता थाना प्रभारी प्रवीण कुमार व कस्बा इंचार्ज अनुज शुक्ला, पुलिस बल और हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।