बरेका स्थापना दिवस एवं काशी काव्य संगम का वार्षिकोत्सव, दर्शकों ने साहित्य सेवा को सराहा
वाराणसी। बरेका के स्थापना दिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इसमें काशी काव्य संगम के पांचवें वार्षिकोत्सव को भी गरिमामय रूप से मनाया गया। यह आयोजन बरेका संस्थान पुस्तकालय में आयोजित किया गया। इसमें साहित्य, पत्रकारिता और सामाजिक क्षेत्र की कई जानी-मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. संजय सिंह, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, बरेका रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बरेका की स्थापना दिवस पर आयोजित यह साहित्यिक आयोजन संस्था के कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के साथ-साथ क्षेत्रीय जनसमुदाय को भी साहित्यिक समृद्धि की दिशा में प्रेरित करेगा। उन्होंने बरेका द्वारा निरंतर नए रिकॉर्ड स्थापित करने की प्रशंसा करते हुए काशी काव्य संगम की साहित्य सेवा को सराहा और संस्थान को शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार हीरालाल मिश्र 'मधुकर' ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में राजेश कुमार, जनसंपर्क अधिकारी, बरेका उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर आलोक सिंह 'बेताब' की पुस्तक "दिल की किताब" और रामजतन पाल की पुस्तक "अंडे की मां" का विमोचन किया गया। पुस्तक विमोचन के दौरान हीरालाल मिश्र और वरिष्ठ पुस्तकालयाध्यक्ष कंचन सिंह परिहार ने पुस्तकों की समीक्षात्मक जानकारी दी और लेखकों को भविष्य में और अधिक साहित्य सृजन हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले साहित्यकारों, पत्रकारों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। जिन प्रमुख विभूतियों को सम्मान मिला। प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. जीतेन्द्र नाथ मिश्र – नागरिक अभिनंदन, डॉ. राम सुधार सिंह – काशी काव्य संगम साहित्य गौरव सम्मान 2025, डॉ. अशोक कुमार सिंह – गीत गौरव सम्मान 2025, डॉ. सत्या सिंह – सजग लेखनी सम्मान 2025, शमीम गाज़ीपुरी – उस्ताद शायर मयार सनेही स्मृति सम्मान, डॉ. विनोद कैमूरी – पं. हरे राम द्विवेदी 'हरि भैया' स्मृति सम्मान, रविकांत मिश्र – पं. राम प्रवेश तिवारी 'रागेश' स्मृति सम्मान, डॉ. लियाक़त अली 'जलज' व नरेंद्र कुमार शर्मा – प्रो. अर्जुन तिवारी पत्रकारिता सम्मान, आनंद कृष्ण 'मासूम', पूनम त्रिपाठी, रोहित अग्निहोत्री – काशी युवा प्रतिभा सम्मान, सम्मान समारोह के उपरांत आयोजित कवि सम्मेलन ने कार्यक्रम को साहित्यिक ऊंचाई दी।
इसमें देशभर से आए कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर किया। उल्लेखनीय कवियों में आनंद कृष्ण "मासूम", विदुषी साहाना, जय प्रकाश मिश्र 'धानापुरी', राम जतन पाल, सूर्यदीप कुशवाहा, डॉ. आलोक त्रिपाठी, संजय कुमार गुप्ता, डॉ. एकता कुमारी, पूनम त्रिपाठी, रविकांत मिश्र सहित दर्जनों रचनाकार शामिल रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में सचिव संस्थान आलोक सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया, जबकि काशी काव्य संगम की सचिव डॉ. नसीमा निशा ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का सफल संचालन गिरीश पांडेय बनारसी ने किया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन अखलाक भारतीय द्वारा किया गया। यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक संगम बना, बल्कि साहित्यिक चेतना को नई दिशा देने वाला प्रेरणादायक आयोजन साबित हुआ।