भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने अर्पित की दीपांजलि

वाराणसी। भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने दीपांजलि अर्पित कर उन्हें कृतज्ञ नमन किया। इस अवसर पर मंत्री ने अटल जी को राजनीति का अजातशत्रु बताते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, सुशासन और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित रहा।
 

वाराणसी। भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने दीपांजलि अर्पित कर उन्हें कृतज्ञ नमन किया। इस अवसर पर मंत्री ने अटल जी को राजनीति का अजातशत्रु बताते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, सुशासन और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित रहा।

राष्ट्रसेवा और सुशासन की सशक्त विरासत
डॉ. दयाशंकर मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को सुशासन, राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक सुदृढ़ता की स्पष्ट दिशा दी। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर आत्मविश्वास के साथ अपनी पहचान स्थापित की। अटल जी का विराट व्यक्तित्व उनके विचार, व्यवहार और कार्यशैली में समान रूप से झलकता था।

पोखरण से ग्राम सड़क योजना तक विकास की दूरदृष्टि
मंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए पोखरण में किया गया परमाणु परीक्षण अटल जी की दृढ़ इच्छाशक्ति और साहसिक नेतृत्व का प्रतीक है, जिसने भारत को सामरिक रूप से मजबूत बनाया। साथ ही, ग्राम सड़क योजना जैसे जनकल्याणकारी निर्णयों ने गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ते हुए आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी।

कविता-सी वाणी, राष्ट्रहित में कर्म
डॉ. मिश्र ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की वाणी में कविता थी और उनके कर्म में राष्ट्र बसता था। उन्होंने सत्ता को सेवा का माध्यम बनाकर संवेदना, समर्पण और सुशासन का मार्ग प्रशस्त किया। उनका जीवन आज भी जनप्रतिनिधियों और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।

स्मृतियां जो राष्ट्रनिर्माण को प्रेरित करती हैं
आयुष मंत्री ने कहा कि देश सदैव अटल जी के योगदानों का ऋणी रहेगा। उनकी स्मृतियां और विचार राष्ट्रनिर्माण की प्रेरणा देते रहेंगे और आने वाली पीढ़ियों को सेवा, सद्भाव और सुशासन का पाठ पढ़ाते रहेंगे।