वाराणसी में चाइनीज मांझे के खिलाफ जागरुकता अभियान, भारतीय मांझे के उपयोग की अपील
वाराणसी। चाइनीज मांझे से हो रही लगातार दुर्घटनाओं और जानलेवा घटनाओं के बावजूद इसका अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के खिलाफ पिछले दस वर्षों से उत्तर प्रदेश भाईचारा कमेटी द्वारा निरंतर जन-जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। संगठन के प्रदेश अद्यक्ष प्रमोद वर्मा के नेतृत्व में गिरजाघर चौराहे पर चाइनीज मांझे को लेकर जनसंपर्क किया। उन्होंने लोगों से भारतीय मांझे के इस्तेमाल की अपील की।
कमेटी का कहना है कि जब भी किसी दुर्घटना का मामला सोशल मीडिया पर सामने आता है, तब प्रशासन कुछ समय के लिए सक्रिय जरूर होता है, लेकिन सख्त और स्थायी कार्रवाई के अभाव में कुछ ही दिनों बाद चाइनीज मांझे का धंधा फिर से शुरू हो जाता है।
संगठन का मानना है कि इस गंभीर समस्या के लिए केवल प्रशासन ही नहीं, बल्कि अभिभावक भी जिम्मेदार हैं। यदि माता-पिता इस बात पर निगरानी रखें कि उनके बच्चे किस प्रकार के मांझे का उपयोग कर रहे हैं, तो इस पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। साथ ही, बच्चों तक चाइनीज मांझा पहुंचाने वाले लोगों की जानकारी यदि गोपनीय रूप से पुलिस अधिकारियों को दी जाए, तो इसके अवैध नेटवर्क पर प्रभावी कार्रवाई संभव है।
जनसंपर्क के दौरान चाइनीज मांझे के बहिष्कार की अपील की गई और इसके खतरनाक दुष्परिणामों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। अभियान के दौरान बच्चों को मुफ्त में पतंगें और परंपरागत भारतीय मंझा वितरित किया गया। साथ ही बच्चों से यह संकल्प भी कराया गया कि वे चाइनीज मांझे का प्रयोग नहीं करेंगे और केवल सुरक्षित व पारंपरिक भारतीय मांझे से ही पतंग उड़ाएंगे। आयोजकों ने बताया कि भारतीय मांझा न केवल सुरक्षित है, बल्कि हमारी पारंपरिक संस्कृति से भी जुड़ा हुआ है।
कार्यक्रम में रोटरी क्लब बनारस के पूर्व अध्यक्ष अनिकेतन गुप्ता गुंजन ने भारतीय मांझे और पतंगों का वितरण किया। इस अवसर पर महेश चंद महेश्वरी, शकील अहमद, जादूगर अजय श्रीवास्तव, बच्चा कुशवाहा, रवि सेठ, राजेश सिंह सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।