सूर्य षष्ठी पर अस्ताचलगामी सूर्य का किया गया भव्य पूजन
वाराणसी। सूर्यषष्ठी के अवसर पर पवित्र गंगा, आदि गंगा गोमती की धारा में व्रतियों ने कमर तक जल में खड़े होकर प्रकाश के देवता भगवान सूर्य का पूजन बड़े ही विधि- विधान से किया।
आम तौर पर शाम के समय वीरान और निर्जन से लगने वाले गंगा और गोमती के घाटों पर आज काफी उल्लास भरा माहौल था। प्रत्येक घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु आये थे। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए महिलाओं का समूह गीत गाते हुए घाटों पर पहुंचा। घाटों पर आकर्षक ढंग से सजावट की गयी थी, बच्चे पटाखे छोड़ रहे थे, छठ पूजन के गीतों और बैंड बाजे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा।
कैथी में गंगा किनारे मार्कंडेय महादेव घाट, गंगा गोमती संगम घाट और छोटा शिवाला घाट पर भव्य तरीके से सजावट की व्यवस्था की गयी थी। भंदहाकला महिषासुर घाट, गौरीशंकर महादेव मंदिर घाट ढाखा, चन्द्रावती, मां नैपाली भगवती धाम छितमपुर, धौरहरा, हरिहरपुर, टेकुरी, सरैया, सरसौल, मुस्तफाबाद, जाल्हुपुर, राजवारी, भगतुआ, श्रीकंठपुर, मोलनापुर आदि स्थानों पर भी छठ का पूजन विधि विधान से हुआ।