जापान से आई 'जायका' टीम ने किया मुनि पब्लिक स्कूल का दौरा, बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास को देख हुए प्रभावीत

वाराणसी। अवलेशपुर स्थित मुनि पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को जायका (जापान इण्टरनेशनल कोओपोरेशन एजेन्सी) की टीम ने दौरा किया। गर्मी की छुट्टी के बावजूद उनसे मिलने के लिए स्कूल के कुछ विद्यार्थी और टीचर स्कूल आए थे।
 
वाराणसी। अवलेशपुर स्थित मुनि पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को जायका (जापान इण्टरनेशनल कोओपोरेशन एजेन्सी) की टीम ने दौरा किया। गर्मी की छुट्टी के बावजूद उनसे मिलने के लिए स्कूल के कुछ विद्यार्थी और टीचर स्कूल आए थे। उन्होंने अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण व तिलक लगाकर, आरती के साथ किया। स्कूल के शिक्षिकाओं ने स्वागत गीत गाया। स्कूल के बच्चों ने ही उन्हें स्कूल का भ्रमण कराया एवं स्कूल के बारे में जापानी भाषा में बताया।

बता दें कि जायका की टीम गुरुवार को बीएचयू भी पहुंची थी। वहां पर अगस्त माह से एक जापानी वालींटीयर बीएचयू के जापानी डिर्पाटमेन्ट को अपनी सेवा देगा। उसका कार्यकाल दो वर्ष का होगा।

इसी क्रम में शुक्रवार को टीम ने मुनि पब्लिक स्कूल का दौरा किया। टीम बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास को देखकर काफी प्रभावीत हुई। बच्चों के जापानी भाषा एवं संस्कृति के प्रति लगाव से भी वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि वह कोशिश करेंगें कि जो जापानी वालिंटीयर बीएचयू में रहेगा, वही मुनि पब्लिक स्कूल के बच्चों को भी जापानी भाषा एवं संस्कृति के बारे में सिखाये।

इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों को जापानी भाषा के प्रशिक्षण की भी बात कही।
मुनि पब्लिक स्कूल के संस्थापक रवि शंकर तिवारी ने जायका की टीम को बताया कि यह स्कूल जापान व भारत के बीच शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक पुल का कार्य कर रहा है और दोनों देशों के प्रधानमंत्रीयों के सपने को पूरा करने का कार्य कर रहा है।

उन्होंने बताया कि दो देशों के बीच रिश्ते तभी मजबूत होते हैं जब वहां के आम नागरिकों के बीच में वार्तालाप हो। हम ऑनलाइन के माध्यम से दोनों देशों के बच्चों के बीच यह मंच उपल्बध कराते हैं। हमारा उदे्श्य सही शिक्षा प्रणाली प्रस्तुत करना व विश्व के लिए ग्लोबल लीडर तैयार करना ताकि वह विश्व को और सुन्दर बना सके और मानवीय गुणों से ओत-प्रोत कर सकें। जायका की टीम स्कूल के शिक्षा पद्धति एवं दूरदर्शिता काफी प्रभावीत हुई।