वाराणसी: बड़ागांव में व्यक्ति की संदिग्ध हाल में मौत, बेटे ने लगाया जहर देकर मारने का आरोप
बड़ागांव थाना क्षेत्र के भेलखा गांव में शनिवार को 50 वर्षीय मोनू गोंड की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसके परिवार और गांव के कुछ लोगों ने उसे पानी में जहर मिलाकर दे दिया था जिसके चलते उनकी मौत हुई है। रविवार को मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया।
वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के भेलखा गांव में शनिवार को 50 वर्षीय मोनू गोंड की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसके परिवार और गांव के कुछ लोगों ने उसे पानी में जहर मिलाकर दे दिया था जिसके चलते उनकी मौत हुई है। रविवार को मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया।
भेलखा गांव के मोनू गोंड का उनके भाइयों से जमीन का विवाद चल रहा था। मृतक के बेटे मनीष ने आरोप लगाया कि 26 अगस्त को उसके चाचा मदन और सुनील व चाची शिवकुमारी जमीन की लिखापढ़ी कराने के लिए पिता को पिंडरा तहसील ले गए थे। मनीष ने आरोप लगाया कि इसी दौरान उन लोगों ने पानी की बोतल में जहर मिलाकर उन्हें पिला दिया। घर वापस आने पर उनकी हालत बिगड़ गई।
इसके बाद हमलोग उन्हें पंडित दीनदयाल राजकीय अस्पताल में भर्ती कराए और वहां से फिर बीएचयू ट्रामा सेंटर ले गए। पिता की हालत गंभीर होने पर बेटे मनीष द्वारा 31 अगस्त को बड़ागांव पुलिस से शिकायत की। इस दौरान ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान शनिवार की दोपहर में पिता की मौत हो गई। मृतक के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। बड़े बेटे का नाम मनीष और छोटे बेटे का नाम आनंद गौड़ है। सौम्या, सोनम, सन्नो नामक तीन बेटियां हैं। बड़ागांव पुलिस का कहना है कि मामला जानकारी में आया है। जांच की जा रही है, जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।