वाराणसी : नदी के इकोसिस्टम के लिए मछलियां मजबूत कड़ी, जाल में फंस जाएं वापस पानी में छोड़ दें

विश्व मत्स्य दिवस पर रामनगर के बल्लुआ घाट पर रिवर रैचिंग कार्यक्रम के तहत गंगा में मछलियां छोड़ी गईं। इस दौरान लोगों को जागरूक किया गया। उन्हें मछलियों को पकड़ने की बजाय पानी में ही रहने देने के लिए प्रेरित किया गया। ताकि नदी का इकोसिस्टम सही रहे। 
 

वाराणसी। विश्व मत्स्य दिवस पर रामनगर के बल्लुआ घाट पर रिवर रैचिंग कार्यक्रम के तहत गंगा में मछलियां छोड़ी गईं। इस दौरान लोगों को जागरूक किया गया। उन्हें मछलियों को पकड़ने की बजाय पानी में ही रहने देने के लिए प्रेरित किया गया। ताकि नदी का इकोसिस्टम सही रहे। 

समाजसेवी शुभम सिंह ने कहा कि मछलियां नदी के इकोसिस्टम की मजबूत कड़ी हैं। नदी की सफाई में अहम रोल अदा करती हैं। इसलिए मछलियों को पकड़ने की बजाय पानी में रहने दें। यदि मछलियां जाल में फंस जाय तो उन्हें वापस पानी में छोड़ दें। इससे नदी में मछलियों का संतुलन और निषाद समाज की आजीविका भी चलती रहेगी। 

कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में मछलियां गंगा में छोड़ी गईं। इस दौरान गोविंद यादव,  आयुश पांडेय, हेमंत केशरी, प्रकाश गुप्ता, अनिल साहनी आदि उपस्थित रहे।