वाराणसी में बनेंगे 50 स्मार्ट बस शेल्टर, सार्वजनिक परिवहन को मिलेगी मजबूती
परियोजना का उद्देश्य और योजना
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने शहर में सार्वजनिक परिवहन को अधिक कुशल और आधुनिक बनाने के लिए विभिन्न स्थलों पर बस शेल्टरों की स्थापना का फैसला किया है। शहर के व्यापक सर्वेक्षण और मूल्यांकन के आधार पर 50 स्थानों का चयन किया गया है। इन बस शेल्टरों के डिजाइन मॉड्यूल को नगर निगम द्वारा स्थानवार चुना गया है। परियोजना का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित प्रतीक्षा स्थल प्रदान करना है। साथ ही शहर की अवस्थापना को मजबूत बनाना। इन शेल्टरों का संचालन और प्रबंधन डिजिटल एवं फिक्स विज्ञापन के माध्यम से किया जाएगा, जिससे लागत का प्रबंधन सुनिश्चित होगा।
बजट और स्वीकृति
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए अवस्थापना मद से 12 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। यह राशि बस शेल्टरों के निर्माण, डिजाइन और क्रियान्वयन पर खर्च की जाएगी। प्राधिकरण का मानना है कि यह निवेश शहर की परिवहन सुविधाओं में लंबे समय तक लाभदायक साबित होगा और सार्वजनिक परिवहन को अधिक आकर्षक बनाएगा।
वीडीए उपाध्यक्ष द्वारा परियोजना की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में स्थलवार चिह्नित मॉड्यूल में उपलब्ध सुविधाओं और कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा हुई। परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अलावा तकनीकी परामर्शदाता संस्था ईएंडवाई के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस समीक्षा से परियोजना के समयबद्ध क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने में मदद मिली है।
बस शेल्टरों की आधुनिक विशेषताएं
ये स्मार्ट बस शेल्टर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं। इनमें एर्गोनॉमिक सीट मॉड्यूल, स्पष्ट रूप से सीमांकित आंतरिक और बाहरी क्षेत्र, मौसम-प्रतिरोधी छत, फिसलन-रोधी फर्श और टिकाऊ निर्माण शामिल है। पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे। सूचना के लिए बस सूचना पैनल, डिजिटल एलईडी बोर्ड (वास्तविक समय अपडेट के साथ) और शहर का मानचित्र उपलब्ध होगा। सुरक्षा के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरा, वाई-फाई हॉटस्पॉट, चार्जिंग सॉकेट और कूड़ेदान जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। ये विशेषताएं यात्रियों को सुरक्षित और कनेक्टेड रखेंगी।
चिह्नित स्थल
बस शेल्टरों के लिए चयनित 50 स्थल शहर के प्रमुख क्षेत्रों को कवर करते हैं। इनमें लंका बीएचयू, रविदास घाट, लंका नियर पहलवान लस्सी, रवीद्रपुरी पार्क (दो स्थान), रवीद्रपुरी चौराहा (दो स्थान), किनाराम आश्रम, भेलूपुर क्रासिंग, संकुलधारा पॉण्ड, जल कल विभाग, रथयात्रा स्कवायर, कुबेर कॉम्प्लेक्स, वाराणसी नगर निगम (दो स्थान), सम्पूर्णानन्द सपोर्ट कॉम्प्लेक्स, काशी विद्यापीठ (दो स्थान), कैंट बस स्टॉप, कैंट अंडरपास, चौकाघाट, तेलियाबाग क्रासिंग (दो स्थान), लहुराबीर क्रासिंग, आर्य इंटर कॉलेज, गिरिजा घर क्रासिंग, मकबूल आलम रोड (दो स्थान), पुलिस लाइन चौराहा, जेपी मेहता (दो स्थान), भोजुबीर (तीन स्थान), महाराणा प्रताप चौक (दो स्थान), शिवपुर (दो स्थान), भेल, हरहुआ क्रासिंग (दो स्थान), संचेतना एयर पोर्ट रोड (दो स्थान), पहड़िया मंडी (दो स्थान), शिव सर्जिकल हॉस्पिटल (दो स्थान), मवईया पोखरा (दो स्थान) और जवाहर लाल नेहरू कॉम्प्लेक्स शामिल हैं। ये स्थान शहर की यातायात आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर चुने गए हैं। यह परियोजना वाराणसी को एक स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।