कोरौता में 15वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का शुभारंभ
वाराणसी। नेहरू युवा केन्द्र वाराणसी युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गृह मंत्रालय के सहयोग से गुरुवार को कोरौता अलाउद्दीनपुर स्थित जय पब्लिक स्कूल में 15 वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रोहनियां विधान सभा के विधायक सुनील पटेल एवं विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी वाराणसी हिमांशु नागपाल रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि विधायक रोहनिया सुनील पटेल ने आदिवासी युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश के आठ जनपदो से आये आदिवासी समुदाय के प्रतिभागियों का काशी की घरती पर स्वागत करता हूं। इस कार्यक्रम का आयोजन एक दूसरे की संस्कृति, वेश-भूषा, विचारों का आदान-प्रदान के उद्देश्य से किया गया है, जिसका आप सब भरपूर लाभ ले।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने अपने संबोधन में कहा कि युवा भारत के भविष्य है। आप सब एक दूसरे की संस्कृति से जुड़े और उनके बारे में जाने। आप सब प्रत्येक समुदाय के लोगों से जुड़े और उनके संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल करें। जब यहां से आप लोग वापस अपने समुदाय में जाये तो यहां के अनुभव को सांझा करे। हम सबको निरंतर एक दूसरे से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बनारस विश्व की प्राचीनतम नगरी है। आप सभी को जरूर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त है कि आप काशी दर्शन के लिए आए हैं।
नेहरू युवा केंद्र संगठन ने पूरे एक सप्ताह का कार्यक्रम निर्धारित किया है। विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। आप केवल संख्या में 20 नहीं है, बल्कि आप अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यहां का देव दीपावली विश्व प्रसिद्ध है। आप उसे भी देखें और यहां से वापस जाकर वाराणसी के बारे में अपने समुदाय में चर्चा करें। यह भारत के प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है।
नेहरू युवा केन्द्र के उपनिदेशक कपिल देव ने देश के विभिन्न प्रांतों से आए युवाओं का स्वागत करते हुए सात दिवसीय आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उत्तर प्रदेश भाजपा की प्रदेश मंत्री एवं पूर्व सदस्य राज्य महिला आयोग मीना चौबे ने कहा कि लोक संस्कृति, लोक परंपराओं का स्वर होता है। आदिवासी बिरसा मुंडा का व्यक्तित्व एवं कृतित्व ऐसा था कि आज उन्हें भगवान के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने अपने आदिवासी क्षेत्रों से अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का बिगुल बजाया था। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति की भी चर्चा की जो आदिवासी क्षेत्र से ही आती हैं, जो भारत की संसदीय परंपरा की सर्वोच्च पद पर विद्यमान है।
भाजपा मंडल प्रभारी अश्वनी त्रिपाठी ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र के लोग यदि भारतीय सभ्यता और संस्कृति को बनाए रखे हैं, तो यह कहना कहीं से अतिशयोक्ति नहीं होगी। वह देश दुनिया के छल प्रपंच से दूर प्रकृति के साथ खड़े हैं। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता जय पब्लिक स्कूल अलाउद्दीनपुर की निदेशक सुमन सिंह ने किया। लातेहार, पश्चिम सिंहभूम, लोहरदग्गा, गुमला एवं जमुई के कलाकारो ने परम्परागत वेश-भूषा में प्रस्तुतियां दी। स्वागत गीत सुबोध कन्नौजिया ने प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जिला युवा अधिकारी रामगोपाल चौहान, सुभाष चन्द्र लेखा एवं कार्यक्रम पर्यवेक्षक, नवीन कुमार सिंह लेखा एवं कार्यक्रम सहायक, विकास चौरसिया लेखा एवं कार्यक्रम सहायक, अलाउद्दीनपुर के ग्राम प्रधान, राज्य प्रशिक्षक पारसनाथ यादव, पुन्जीत, रीता, राम सिंह वर्मा, नेहरू युवा केंद्र वाराणसी के स्वयंसेवक सहित अन्य जनपदों के स्वयंसेवक भी मौजूद रहे। समारोह का संचालन राज्य प्रशिक्षक अंगद सिंह यादव ने किया तथा नेहरू युवा केंद्र मिर्जापुर के जिला युवा अधिकारी प्रतीक साहू ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।