जन्माष्टमी के दिन इस तरह पूजा घर की करें सजावट, हर कोई करेगा तारीफ
श्री कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे कृष्णाष्टमी भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है जो हर साल श्रावण मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जन्माष्टमी की तैयारियां पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ की जाती हैं। भक्त दिन भर उपवास रखते हैं और रात को भगवान कृष्ण के जन्म के समय मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना की जाती है। बहुत सी जगहों पर “दही हांडी” का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।घरों और मंदिरों को फूलों, रंगीन रोशनी और रंगोली से सजाया जाता है। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर विशेष पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है, जिसमें भक्त भगवान कृष्ण के जीवन और लीलाओं का नाटक किया जाता है। लड्डू गोपाल के जन्मोत्सव पर लोग अपने घर और मंदिर को बहुत ही शानदार तरीके से सजाना पसंद करते हैं। खासकर जिन लोगों के घर पर लड्डू गोपाल विराजमान हैं। वहां विशेष रूप से साज सजावट का खास ख्याल रखा जाता है।ऐसे मौके पर कान्हा को सुंदर-सुंदर वस्त्र पहनाएं जाते हैं और मंदिर को गुब्बारों, लाइट और कई तरह से सजाया जाता है। आप जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मंदिर और घर को सजाने के लिए इन टिप्स को भी अपना सकते हैं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे कृष्णाष्टमी भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है जो हर साल श्रावण मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जन्माष्टमी की तैयारियां पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ की जाती हैं। भक्त दिन भर उपवास रखते हैं और रात को भगवान कृष्ण के जन्म के समय मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना की जाती है। बहुत सी जगहों पर “दही हांडी” का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।घरों और मंदिरों को फूलों, रंगीन रोशनी और रंगोली से सजाया जाता है। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर विशेष पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है, जिसमें भक्त भगवान कृष्ण के जीवन और लीलाओं का नाटक किया जाता है। लड्डू गोपाल के जन्मोत्सव पर लोग अपने घर और मंदिर को बहुत ही शानदार तरीके से सजाना पसंद करते हैं। खासकर जिन लोगों के घर पर लड्डू गोपाल विराजमान हैं। वहां विशेष रूप से साज सजावट का खास ख्याल रखा जाता है।ऐसे मौके पर कान्हा को सुंदर-सुंदर वस्त्र पहनाएं जाते हैं और मंदिर को गुब्बारों, लाइट और कई तरह से सजाया जाता है। आप जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मंदिर और घर को सजाने के लिए इन टिप्स को भी अपना सकते हैं।
फूलों का इस्तेमाल
रंग बिरंगे फूलों से पूजा घर को सजाएं. मान्यताओं के अनुसार श्री कृष्ण को वैजयंती, मोगरा और चमेली के फूल बहुत पसंद है। इसलिए आप इन फूलों से अपने मंदिर का सजावट कर सकते हैं। इससे आपका पूजा घर बहुत सुंदर लगेगा। इसी के साथ मंदिर के चारों ओर और भगवान की मूर्ति के पास रंग-बिरंगे फूलों की माला बनाएं और सजाएं। गुलाब, गेंदे और चांदी के फूल आमतौर पर इस अवसर पर अच्छे लगते हैं।
गहने और वस्त्र
भगवान की मूर्ति को सुंदर वस्त्र पहनाएं।इस अवसर पर विशेष रूप पीले या लाल रंग के वस्त्र अच्छे लगते हैं। इसी के साथ मूर्ति को गहनों के सजाएं और श्रृंगार करें। इसी के साथ लड्डू गोपाल की मूर्ति पर पगड़ी या मुकुट, मोर पंख और बांसुरी से सजाएं।
रंगोली
मंदिर के फर्श पर या घर के प्रवेश द्वार पर रंगोली बनाएं, इसमें रंगीन पाउडर या फूलों का उपयोग कर सकते हैं। आप इस खास अवसर पर मोर रंगोली के डिजाइन बना सकते हैं. ये बहुत बेहतरीन लगेगा।
लाइट्स लगाएं और मोरपंख
आप घर और मंदिर को इस समय रंग-बिरंगी लाइट्स से सजा सकते हैं। इसी के साथ लड्डू गोपाल के झूले की सजावट के लिए भी रंग-बिरंगी लाइट्स का उपयोग कर सकते हैं। घर में सुगंधित अगरबत्तियों या धूपबत्ती जलाएं। इसी के साथ आप मोरपंख का इस्तेमाल भी सजावट के लिए कर सकते हैं।
साड़ियों या दुपट्टे का उपयोग
इस दिन पर पूजा घर की सजावट के लिए आप साधारण पारंपरिक तरीके यानी की साड़ी या दुपट्टे का को दीवार पर लगा सकते हैं, लेकिन रंगों का ध्यान रखें. हरे, पीला और लाल रंग इस अवसर के लिए सही रहेगा।