अमेरिका, फ्रांस समेत 19 देशों के अनुयायियों का होगा जमावड़ा, 25 हजार कुंडीय महायज्ञ में देंगे आहुति, जगमग हुआ स्वर्वेद महामंदिर 

चौबेपुर के उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम में विहंगम योग के शताब्दी समारोह में भारत के साथ ही अमेरिका, फ्रांस समेत 19 देशों के अनुयायी भाग लेंगे। विदेशी अनुयायी 25 हजार कुंडीय महायज्ञ में आहुतियां देंगे। इसके लिए विदेशी अनुयायियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं शाम होते ही महामंदिर रंग-बिरंगी लाइटों की रोशनी से जगमगा उठा। 
 

वाराणसी। चौबेपुर के उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम (swarved temple varanasi) में विहंगम योग के शताब्दी समारोह में भारत के साथ ही अमेरिका (USA), फ्रांस (France) समेत 19 देशों के अनुयायी भाग लेंगे। विदेशी अनुयायी 25 हजार कुंडीय महायज्ञ में आहुतियां देंगे। इसके लिए विदेशी अनुयायियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं शाम होते ही महामंदिर रंग-बिरंगी लाइटों की रोशनी से जगमगा उठा। 

 

25 हजार कुंडीय महायज्ञ में अमेरिका, कनाडा (canada), नेपाल (Napal), स्विटजरलैंड (switzerland), जर्मनी (Germany), फ्रांस, सिंगापुर(Singapur), दुबई (Dubai) और दक्षिण अफ्रिका (Suoth Africa) समेत 19 देशों के विदेशी अनुयायी शामिल होंगे। स्वर्वेद महामंदिर में संत प्रवर विज्ञानदेव महाराज के दिशा-निर्देश में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बुधवार की दोपहर से ही यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, एमपी, बंगाल, आसाम, दिल्ली समेत देश के कई राज्यों व प्रमुख शहरो से अनुयायियों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। विहंगम योग के शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए दूर-दराज से अनुयायियों का रेला हाथ में अ अंकित सफेद ध्वज लिए सद्गुरु के जयकारे लगाते हुए महामंदिर धाम पहुंच रहे हैं। 

 

विहंगम योग के लिए महामंदिर की सजावट पश्चिम बंगाल से आए कारीगरों ने की है। वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर उमरहा से डुबकिया बाजार तक अतिथि गृह, संत आवास समेत अन्य तरह के बने नगरों को आधुनिक तरीके से सजाया गया है। महायज्ञ के लिए पथमेडा से 11 टन शुद्ध विलौना घी, हिमालय के दुर्लभ जड़ी-बूटियों से निर्मित 150 टन हवन सामग्री, 250 टन यज्ञ समिधा के साथ कपूर, धूपबत्ती, चम्मच, कटोरी, फल, मिष्ठान, सूखा मेवा, मधु, इत्र, नारियल मंगाया गया है। प्रत्येक यजमान को उसके निर्धारित कुंड पर पैकेट रूप में हवन सामग्री प्राप्त कराई जाएगी। प्रत्येक कुंड पर सभी यजमान को दो-दो पैकेट प्रसाद के भी दिए जाएंगे, जिन्हें यजमान अपने घर ले जाएंगे।