चिड़ियाघर व डियर पार्क के जानवरों को भी सताने लगी गर्मी, पर्यटक हुए कम, बेजुबानों के लिए की गई विशेष व्यवस्था

 
रिपोर्ट – राजेश अग्रहरि

वाराणसी। जनपद में प्रचंड धूप के कारण आम जनमानस बेहाल है। लोग अपने घरों से निकलने से कतरा रहे हैं। दोपहर के समय में सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान में लोग घरों से बाहर अत्यंत आवश्यक होने के बाद ही निकल रहे हैं। 

गर्मी का असर अब जानवरों में भी दिखने लगा है। सारनाथ स्थित चिड़ियाघर और डियर पार्क में गर्मी का सितम बेजुबान जानवरों पर भी पढ़ने लगा है। इसी के मद्देनजर चिड़ियाघर और डियर पार्क में जानवरों के लिए जल की व्यवस्था की गई है ताकि जानवर भी जल अपनी प्यास बुझा सकें। चिड़ियाघर में मटकी में जल की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी चिड़िया को जल की आवश्यकता हो तो आकर पी सकती है और अपनी प्यास बुझा सकती है। 

इस तर्ज पर डियर पार्क में भी हिरण के लिए जल की व्यवस्था की गई है। उनके लिए यहां पर हौदा बनाया गया है, उसमें जल भरा गया है। उसमें आकर वह भी अपनी प्यास बुझा सकते हैं। इसके साथ ही यहां पर जानवरों के लिए खाने पीने की व्यवस्था की गई है। 

केयरटेकर बब्बन यादव ने बताया कि हम लोगों के द्वारा चिड़ियाघर और डियर पार्क में सारे खाने पीने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। समय-समय पर उन्हें खाना पीना व अन्य सभी चीजों की व्यवस्था की गई है। यहां तक कि अगर ज्यादा गर्मी पड़े या लू लगे तो उसकी लिए भी व्यवस्था की गई है। यहां तक कि जंगली जानवरों के लिए भी व्यवस्था की गई है। हालांकि वह दिन में तो नहीं निकलते हैं जब ठंडा मौसम होता है, यहां चिड़ियाघर में शुतुरमुर्ग, शाही, बत्तख ,तोता,और गौरैया एवं इत्यादि तरह के पक्षी हैं।

बताया कि डियर पार्क में बारहसिंहा हिरण, काला हिरण एवं सफेद हिरण समेत सैकड़ों प्रकार की जातियां मौजूद हैं। इनके लिए भी हम लोग सभी प्रकार की खाने पीने की व्यवस्था एवं गर्मी से बचाव के लिए टीन शेड का प्रयोग किए हैं। जिससे उन्हें गर्मी से राहत मिल सके। 

वैसे गर्मी के कारण इस समय डियर पार्क, चिड़ियाघर में पर्यटक कम ही जा रहे हैं। इनकी संख्या बड़ी मुश्किल से 100 के आसपास पहुंच रही है। वहीं मौसम अच्छा रहने पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते थे, लेकिन अब 100 से भी कम आ रहे हैं।