काशी विश्वनाथ मंदिर में फोटो खिंचवाकर बुरे फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव, अधिवक्ता ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर की कार्यवाही की मांग, जांच के आदेश

 
वाराणसी। साँपों के जहर की तस्करी मामले में फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव ने गुरुवार को श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। उन्होंने इस दौरान परिसर में गर्भगृह में फोटो भी खिंचवाया। जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया। 

एल्विश की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसके बाद वाराणसी कचहरी के एक अधिवक्ता प्रतीक कुमार सिंह ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने सीपी के नाम लिखे पत्र को उनकी गैर हाजिरी में जॉइंट सीपी डॉ० के० एजिलरसन को सौंपा। 

अधिवक्ता ने अधिकारियों को दिए पत्र में कहा है कि वह जन्म से हिंदू हैं व काशी विश्वनाथ मंदिर में अटूट श्रद्धा व विश्वास रखते हैं। कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें एल्विश यादव के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने की जानकारी हुई। इस दौरान उन्होंने गर्भगृह के पास फोटो भी खिंचवाई। जिससे मंदिर प्रशासन समेत जिला प्रशासन वाराणसी पर सवालिया निशान हो रहा है। 

अधिवक्ता ने इस प्रकरण को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में सेंध की आशंका जताई है। कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में मोबाइल फोन व कैमरे का इस्तेमाल पूर्णत: प्रतिबंधित है। प्रतिबंधित क्षेत्र में लगातार हो रहे कैमरे के इस्तेमाल से नियमित दर्शनार्थियों की भावना आहत हो रही है व मन्दिर की सुरक्षा में सेंध लगने की प्रबल संभावना है। अत: निवेदन है कि सम्पूर्ण प्रकरण को संज्ञान में लेकर आवश्यक विधिक कार्यवाही की कृपा करें। जिसके बाद इसे संज्ञान में लेकर जॉइंट सीपी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। 

वहीं इस मामले में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा का कहना है कि यह प्रतिबंधित क्षेत्र नहीं है, नियंत्रित क्षेत्र है। यहां अपने मोबाइल या कैमरा से फोटो नहीं ले सकते। मंदिर प्रशासन अपने कैमरामैन से उपलब्धता के अनुसार स्वयं फोटो करवाता है। पूरा क्षेत्र हाई रेजोल्यूशन सीसीटीवी से भी आच्छादित है।