यादव बंधुओं ने सीएम योगी से की मांग, पहले जैसी लागू हो सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक की व्यवस्था

सावन के पहले सोमवार को यादव बंधुओं की ओर से बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की व्यवस्था में इस बार बदलाव किया गया है। मंदिर प्रबंधन ने मात्र 21 लोगों को गर्भगृह में प्रवेश कर जलाभिषेक की अनुमति दी है, जबकि यादव बंधुओं ने इस वर्ष भी पूर्व की भांति जलाभिषेक करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर पराड़कर स्मृति भवन में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इसमें मंदिर प्रशासन के आदेश पर आपत्ति जताई गई। साथ ही सीएम योगी से मांग किया कि जलाभिषेक के लिए पहले जैसी व्यवस्था लागू की जाए। 
 

वाराणसी। सावन के पहले सोमवार को यादव बंधुओं की ओर से बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की व्यवस्था में इस बार बदलाव किया गया है। मंदिर प्रबंधन ने मात्र 21 लोगों को गर्भगृह में प्रवेश कर जलाभिषेक की अनुमति दी है, जबकि यादव बंधुओं ने इस वर्ष भी पूर्व की भांति जलाभिषेक करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर पराड़कर स्मृति भवन में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इसमें मंदिर प्रशासन के आदेश पर आपत्ति जताई गई। साथ ही सीएम योगी से मांग किया कि जलाभिषेक के लिए पहले जैसी व्यवस्था लागू की जाए। 


उन्होंने कहा कि यह परंपरा 92 सालों से चली आ रही हैं। प्रशासन से अपील की है कि श्रद्धालुओं को संख्या में बांधने का काम ना करे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी परम्परागत कार्यक्रम को किसी को किसी प्रकार से छेड़छाड़ ना किया जाए और न ही उसका स्वरुप बदला जाए। इसके बावजूद काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने यादव बंधुओं के पारंपरिक काशी विश्वनाथ गर्भगृह जलाभिषेक कार्यक्रम को बाधित कर नया फरमान जारी कर दिया है। 

गोवर्धन पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद यादव ‘गप्पू’ ने बताया कि फरमान के अनुसार, इसमें मात्र 21 यादव बंधु गर्भगृह में जलाभिषेक करेंगे। इस निर्णय से यादव समाज के आस्था को ठेस पहुंची है। उन्होंने सीएम योही से मांग किया कि जलाभिषेक के लिए जैसे पहले 2 घंटे का समय मिलता था, उसी तरह इस साल भी समय दिया जाए।