गणेश चतुर्थी पर सारनाथ अखाड़े में जुटे कई जिलों के पहलवान, 51 हजार की इनामी कुश्ती के लिए लगाया दांव-पेंच, 150 साल से जीवंत है दंगल की परंपरा 

गणेश चतुर्थी के अवसर पर सारनाथ अखाड़े में कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया। इसमें वाराणसी, चंदौली, मऊ समेत कई जिलों के लगभग 300 पहलबान पहुंचे। पहलवानों ने इनामी कुश्ती जीतने के लिए दांव-पेंच लगाया। दंगल में 51 हजार, 21 हजार की इनामी कुश्ती हुई। पिछले 150 सालों से आशापुर का यह दंगल आयोजित हो रहा है। 
 

वाराणसी। गणेश चतुर्थी के अवसर पर सारनाथ अखाड़े में कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया। इसमें वाराणसी, चंदौली, मऊ समेत कई जिलों के लगभग 300 पहलबान पहुंचे। पहलवानों ने इनामी कुश्ती जीतने के लिए दांव-पेंच लगाया। दंगल में 51 हजार, 21 हजार की इनामी कुश्ती हुई। पिछले 150 सालों से आशापुर का यह दंगल आयोजित हो रहा है। 

दंगल के आयोजक संतोष पहलवान ने कहा कि सारनाथ अखाड़ा बहुत पुराना है। आशापुर का दंगल लगभग डेढ़ सौ साल से आयोजित हो रहा है। मसूद पहलवान, भूतनाथ, राधेश्याम, लाल पहलवान, मनोहर पहलवान, लालजी समेत बनारस के नामी पहलवान इस अखाड़े में दमखम दिखा चुके हैं। उन्होंने बताया कि दंगल में 51 हजार, 21 हजार की इनामी कुश्ती हुई। महिला पहलवानों के बीच भी 21 हजार की इनामी कुश्ती आयोजित हुई। इसमें पहलवानों ने दमखम दिखाया। 

उन्होंने कहा कि आयोजन में सभी का सहयोग रहा। जनता ने भी पूरा साथ दिया। कहा कि बनारस केसरी के लिए बाइक इनाम रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि दंगल में वाराणसी, चंदौली, मऊ समेत अन्य जिलों के लगभग 300 पहलवानों ने हिस्सा लिया। यहां डीएलडब्ल्यू, रेलवे मुगलसराय से भी पहलवान आए। उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि अपने बच्चों को किसी न किसी खेल से जरूर जोड़ें, ताकि नशे की तरफ उनका झुकाव न होने पाए।