मतदान के महापर्व में आहुति देने पहुंची महिलाएं लेकिन पहले ही पड़ चुका था वोट

नगर निकाय चुनाव की तमाम तैयारियों और प्रशासन के भारी भरकम दावों की गुरूवार को हवा निकल गई। गुरूवार को मतदान के महापर्व में योगदान के लिए सुसुवाही की तीन महिलाएं जब बूथ पर पहुंची तो पता चला कि उनका वोट तो पहले पड़ चुका है। जबकि इन महिलाओं के पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड था। आखिरकार इन महिलाओं को निराश होकर चुनाव व्यवस्था को कोसते हुए घर लौट जाना पड़ा। मतदान के दौरान हुई इस गड़बड़ी के लिए जवाब देनेवाला कोई नही है।
 

सुसुवाही के संजय महरोत्रा पहुंचे तो लिस्ट से ही गायब था नाम 

वाराणसी। नगर निकाय चुनाव की तमाम तैयारियों और प्रशासन के भारी भरकम दावों की गुरूवार को हवा निकल गई। गुरूवार को मतदान के महापर्व में योगदान के लिए सुसुवाही की तीन महिलाएं जब बूथ पर पहुंची तो पता चला कि उनका वोट तो पहले पड़ चुका है। जबकि इन महिलाओं के पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड था। आखिरकार इन महिलाओं को निराश होकर चुनाव व्यवस्था को कोसते हुए घर लौट जाना पड़ा। मतदान के दौरान हुई इस गड़बड़ी के लिए जवाब देनेवाला कोई नही है।

बताया जाता है कि सुसुवाही की लालती देवी नवनीता कुंवर पब्लिक स्कूल स्थित मतदान केंद्र पहुंची तो पता चला कि आपका वोट तो पहले से पड़ गया है। इसके बाद वह हक्का-बक्का रह गईं। इसी तरह मनोरमा पटेल और कुसुम देवी भी सजधज के लिए मतदान के इस यज्ञ में भाग लेने पहुंचीं। लेकिन यहां भी उन दोनों का वोट पहले पड़ चुका था।

इसके अलावा वोट डालने सुसुवाही के संजय महरोत्रा पहुंचे। इनका नाम ही वोटर लिस्ट से गायब था। इसके बाद मतदान केंद्र के बाहर ही संजय ने बीएलओ पर जमकर भड़ास निकाली। कहाकि प्रशासन और बीएलओ की निष्क्रियता के कारण मतदाता सूची से उनका नाम बाहर हो गया। वह आपत्ति दर्ज कराते और रोष व्यक्त करते रहे लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती की आवाज बनकर रह गई। उन्हें भी घर लौट जाना पड़ा।